नई दिल्ली। राहुल गांधी ने सोमवार को संसदीय बहस के दौरान भाजपा पर सांप्रदायिक विभाजनकारी होने का आरोप लगाया, जिसके कारण सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया के बीच उनके कुछ बयानों को रिकॉर्ड से हटा दिया गया। आईए जानते हैं
विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार क्या क्या आरोप लगाए हैं।
1.विपक्ष के नेता के तौर पर अपने पहले संबोधन में राहुल गांधी ने सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं पर सांप्रदायिक आधार पर लोगों को बांटने का आरोप लगाया, जिस पर सत्ता पक्ष की ओर से भारी विरोध हुआ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहने के लिए उन पर निशाना साधा। राहुल गांधी संसद की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान बोल रहे थे।
2. राहुल गांधी ने भगवान शिव के गुणों और गुरु नानक, ईसा मसीह, बुद्ध और महावीर की शिक्षाओं का हवाला देते हुए कहा कि सभी धर्म और महान लोग कहते हैं, ‘‘डरो मत, डराओ मत’’(डरो मत, दूसरों को मत डराओ), भगवान शिव, गुरु नानक और ईसा मसीह की तस्वीरें दिखाते हुए उन्होंने हिंदू धर्म, इस्लाम, सिख धर्म, ईसाई धर्म, बौद्ध धर्म और जैन धर्म का हवाला देते हुए निर्भयता के महत्व को रेखांकित करने की कोशिश की है।
&.लोकसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर अपने पहले भाषण में गांधी ने कहा, ‘‘केवल एक धर्म ही साहस की बात नहीं करता। वास्तव में, हमारे सभी धर्म साहस की बात करते हैं।’’इस दौरान सोनिया गांधी और बहन प्रियंका गांधी वाड्रा दर्शक दीर्घा से देख रही थीं। गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘आप हिंदू हो ही नहीं’’। हिंदू धर्म में स्पष्ट रूप से लिखा है कि व्यक्ति को सत्य के साथ खड़ा होना चाहिए और सत्य से पीछे नहीं हटना चाहिए या उससे डरना नहीं चाहिए।’’
मोदी ने उनके भाषण में हस्तक्षेप करते हुए कहा, ‘‘यह मुद्दा बहुत गंभीर है। पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहना एक गंभीर मुद्दा है।’’ अपने समापन भाषण में गांधी ने सत्तारूढ़ दल से भय या घृणा न फैलाने को कहा।उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष को अपना दुश्मन न समझें। आप जो भी चर्चा करना चाहें, हम करने को तैयार हैं। आइए हम देश को आगे ले जाने के लिए मिलकर काम करें।’’
4.राहुल गांधी की टिप्पणी से सत्ता पक्ष में हंगामा मच गया, जिसके बाद अध्यक्ष ने इसे रिकॉर्ड से हटा दिया। संसद की कार्यवाही से हटाए गए गांधी के बयानों में भाजपा पर उनके आरोप शामिल थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी अल्पसंख्यकों के साथ गलत व्यवहार कर रही है।
5 उद्योगपति अडानी और अंबानी पर उनकी टिप्पणी, उनका आरोप कि नीट परीक्षा अमीर लोगों के लिए है और इसमें मेधावी छात्रों के लिए कोई जगह नहीं है, और अग्निवीर योजना भारतीय सेना की नहीं, बल्कि पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) की है। प्रधानमंत्री मोदी के अलावा, जिन्होंने दो बार हस्तक्षेप किया, कम से कम पांच कैबिनेट मंत्रियों ने गांधी के भाषण के दौरान हस्तक्षेप किया, जो लगभग एक घंटे और 40 मिनट तक चला, जिसके लिए गृह मंत्री अमित शाह ने उनसे माफ़ी की मांग की।
पीएम मोदी का जवाब
राहुल गांधी के इस 90 मिनट के भाषण में पीएम मोदी 2 घंटे बोलते रहे। पीएम मोदी ने राहुल गांधी की हर एक बात का जवाब बखूबी दिया।
1.लोकसभा में विपक्ष के नवनियुक्त नेता राहुल गांधी द्वारा भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बाद एक दिन बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संसद में विपक्ष पर जमकर हमला बोला है। पीएम मोदी ने राहुल गांधी और कांग्रेस को आड़े हांथ लेते हुए कहा कि, एक बालक घमंड में घूम रहा था कि और सबको दिखाता था कि उसके परीक्षा में 99 मार्क्स आए हैं।
2. लोग भी इसको सुनकर शाबाशी देते थे और हौंसला बढ़ाते थे, फिर उनके टीचर ने बताया कि ये 100 में से नहीं 54& में से 99 लाया है अब उस बालक बुद्धि को कौन समझाए कि तुमने फेल होने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है,&. पीएम मोदी यहीं नही रूके उन्होनें आगे कहा कि कांग्रेस के नेताओं की बयानबाजी ने शोले फ़िल्म को भी पीछे छोड़ दिया है। उसमें एक मौसी जी थीं। तीसरी बार ही तो हारे हैं, पर मौसी मोरल विक्ट्री तो है ना। अरे मौसी 1& रा’यों में 0 सीटें आई हैं, पर हीरो तो है ना। अरे पार्टी की लुटिया तो डुबोई है, पार्टी अभी भी सांसें तो ले रही है।
4. राहुल गांधी के बीते दिन दिए हिंदुओं के हिंसक होने पर पीएम मोदी ने राहुल गांधी समेत पूरे विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं पर झूठा आरोप लगाने की साजिश हो रही है, गंभीर षड्यंत्र हो रहा है। ये कहा गया कि हिंदू हिंसक होते है, ये हैं आपके संस्कार, ये है आपका चरित्र, ये है आपकी सोच, ये है आपकी नफरत। इस देश के हिंदुओं के साथ ये कारनामे। ये देश शताब्दियों तक इसे भूलने वाला नहीं है।
5.पीएम मोदी ने आगे कहा कि ये वो लोग हैं जिन्होंने हिंदू आतंकवाद ये शब्द गढऩे की कोशिश की थी। इनके साथी हिंदू धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया ऐसे शब्दों से करें, ये देश कभी माफ नहीं करेगा। एक सोची-समझी साजिश के तहत इनके पूरे इकोसिस्टम ने हिंदू परंपरा को नीचा दिखाने, अपमानित करने और मजाक उड़ाने का फैशन बना दिया है।
6. मणिपुर को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि ‘‘मणिपुर की स्थिति सामान्य करने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है। वहां जो घटनाएं घटीं, 11 हजार से ’यादा एफआईआर की गई हैं, 500 से ’यादा लोग अरेस्ट हुए हैं। इस बात को भी हमें स्वीकार करना होगा कि मणिपुर में लगातार हिंसा की घटनाएं कम होती जा रही हैं।’’
7. वहीं पीएम मोदी ने नीट परीक्षा को लेकर कहा कि हम चाहते थे कि पेपर लीक जैसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति न हो, लेकिन विपक्ष को इसकी आदत है। मैं भारत के युवाओं को आश्वस्त करता हूं कि नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को सख्त सजा मिले, इसके लिए एक्शन लिए जा रहे हैं