केंद्र सरकार को वित्त वर्ष 2024-25 के पूर्ण बजट से पहले शानदार खुशखबरी मिली है. दरअसल सरकार को डाइरेक्ट टैक्स से खूब कमाई हो रही है और इस साल अब तक उसमें 24 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ देखी गई है. ताजे आंकड़ों से इसका पता चला है.
5.75 लाख करोड़ रुपये के पास पहुंचा आंकड़ा
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के द्वारा शुक्रवार को जारी ताजे आंकड़ों के अनुसार, प्रत्यक्ष कर का शुद्ध संग्रह यानी नेट डाइरेक्ट टैक्स कलेक्शन इस साल अब तक 24.07 फीसदी बढ़कर 5.74 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. यह आंकड़ा 11 जुलाई 2024 तक का है. साल भर पहले समान अवधि में सरकार को डाइरेक्ट टैक्स से 4.80 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई थी.
सीबीडीटी के आंकड़ों के अनुसार, प्रत्यक्ष कर के शुद्ध संग्रह के इस आंकड़े में कॉरपोरेट टैक्स ने 2.1 लाख करोड़ रुपये का योगदान दिया है. वहीं पर्सनल इनकम टैक्स का योगदान कुल संग्रह में 3.46 लाख करोड़ रुपये का रहा है. पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन के आंकड़े में सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स यानी एसटीटी से हुई कमाई भी शामिल है.
जून महीने में हुई इतनी कमाई
टैक्स कलेक्शन से सरकार को सिर्फ जून महीने में 4.50 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई हुई. सीबीडीटी के आंकड़े बताते हैं कि जून महीने में सरकार को डाइरेक्ट टैक्स के कलेक्शन से टोटल 4.62 लाख करोड़ रुपये मिले. यह आंकड़ा जून 2023 में डाइरेक्ट टैक्स से हुई कमाई की तुलना में 20.99 फीसदी ज्यादा है. जून महीने के दौरान हुए कलेक्शन में 1.8 लाख करोड़ रुपये के कॉरपोरेट टैक्स और 2.81 लाख करोड़ रुपये के पर्सनल इनकम टैक्स शामिल हैं.
पिछले साल इतना बढ़ा था आंकड़ा
सरकार को पिछले वित्त वर्ष के दौरान भी डाइरेक्ट टैक्स कलेक्शन ने बड़ी राहत दी थी. पूरे वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान सरकार के डाइरेक्ट टैक्स कलेक्शन में सालाना आधार पर 17.7 फीसदी की तेजी आई थी और टोटल आंकड़ा 19.58 लाख करोड़ रुपये पर रहा था. पिछले वित्त वर्ष के दौरान इस बढ़ोतरी में पर्सनल इनकम टैक्स का योगदान महत्वपूर्ण रहा था. पूरे कलेक्शन में पर्सनल इनकम टैक्स का योगदान बढ़कर 53.3 फीसदी पर पहुंच गया था, जबकि कॉरपोरेट टैक्स का कंट्रीब्यूशन कम होकर 46.5 फीसदी पर आ गया था.
डेढ़ सप्ताह बाद आने वाला है बजट
टैक्स कलेक्शन का यह आंकड़ा ऐसे समय आया है, जब अभी से करीब डेढ़ सप्ताह बाद सरकार नया बजट पेश करने वाली है. संसद का नया सत्र 22 जुलाई से शुरू हो रहा है और सत्र के दूसरे दिन यानी 23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश करने वाली हैं.