कोरोना के खौफ से देश अभी उबरा ही था कि एक नए वायरस ने दशहत मचा दी है. गुजरात के साबरकांठा और अरावली जिलों में ‘चांदीपुरा’ नामक एक वायरस ने दस्तक दे दी है. इसे मिस्ट्री वायरस कहा जा जा रहा है. दावा किया जा रहा कि इसकी चपेट में आकर 2 दिन के भीतर पांच बच्चों की मौत हो गई है. 4 बच्चों की मौत साबरकांठा सिविल अस्पताल में हुई है. फिलहाल बच्चों के सैंपल जांच के लिए पुणे भेजे गए हैं. सैंपल के नतीजे आज आने की संभावना है.
डॉक्टरों के मुताबिक ‘चांदीपुरा’ वायरस से संक्रमित बच्चों के मस्तिष्क में सूजन समेत कई अन्य लक्षण देखने को मिल रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से वायरस से संक्रमित बच्चों के परिजनों का भी सैंपल लिया जा रहा है. हिम्मतनगर सिविल अस्पताल में कुल 6 मरीज भर्ती थे. साबरकांठा के खेडब्रह्मा के एक मरीज की मौत हो गई है. जबकि अरवली जिले के भिलोड़ा के भी दो की मौत हो गई है. अब तक पांच लोगों के सैंपल जांच के लिए पुणे की एक प्रयोगशाला में भेजे जा चुके हैं.
आज आएगी सैंपल की रिपोर्ट
सैंपल की रिपोर्ट सोमवार को आएगी. वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग एक्टिव हो गया है. दावा किया जा रहा है कि इस वायरस के रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों की रविवार को बैठक हो सकती है. बैठक में टेस्टिंग सहित अन्य प्लान पर फैसला लिया जाएगा. साबरकांठा जिले में चांदीपुरम वायरस ने कहर बरपा रखा है. हिम्मतनगर सिविल में संदिग्ध चांदीपुरम वायरस से चार बच्चों की मौत हो गई है, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है. उन इलाकों में निगरानी रखी जा रही है, जहां इस तरह के मामले सामने आए हैं. दवा का छिड़काव किया जा रहा है.
दो बच्चों का चल रहा इलाज
रिपोर्ट के मुताबिक, उदयपुर के बालेचा गांव के रहने वाले चार साल के हिमांशु खराडी, खेडब्रह्मा तालुका के कोडरिया गांव के रहने वाले पांच साल के गणेश कुमार शैलेशभाई पारगी, अरवल्ली के खानपुर गांव के रहने वाले दो साल के क्रुणाल शैलेशभाई की इस संक्रमण से मौत बताई जा रही है. वहीं भिलोडा तालुका की किंजलबेन निनामा नाम की एक छह वर्षीय लड़की की मृत्यु की वजह भी यही वायरस बताया जा रहा है. फिलहाल हिम्मतनगर सिविल अस्पताल में पिपलिया और उदयपुर के दो बच्चों का इलाज चल रहा है. सभी बच्चों के सैंपल हिम्मतनगर सिविल अस्पताल ने पुणे भेज दिए हैं.