जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सोमवार की रात से आतंकवादियों के साथ सेना का मुठभेड़ अभी भी जारी है. मुठभेड़ में सेना के एक अधिकारी समेत पांच जवान गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें से एक आर्मी ऑफिसर और 3 जवान मंगलवार की सुबह शहीद हो गए. अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ तब शुरू हुई जब राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) और जम्मू-कश्मीर पुलिस (जेके पुलिस) के विशेष अभियान समूह के जवानों ने शाम करीब 7.45 बजे देसा वन क्षेत्र के धारी गोटे उरारबागी में संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया.
इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से जम्मू-कश्मीर के जमीनी हालात और डोडा में चल रहे आतंकवाद रोधी अभियान पर बात की.
जंगल में छिपे होने की थी खबर
सेना ने कहा कि अतिरिक्त सैनिकों को क्षेत्र में भेजा गया है तथा अंतिम जानकारी आने तक अभियान जारी था. अधिकारियों के अनुसार इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के बाद अभियान शुरू किया गया था. पुलिस के एक प्रवक्ता ने मुठभेड़ की पुष्टि की, लेकिन कहा कि आगे कि जानकारी का अभी इंतजार है.
ट्वीट कर दी जानकारी
सेना की 16वीं कोर, जिसे ‘व्हाइट नाइट कोर’ के नाम से भी जाना जाता है, ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिक भेजे गए हैं, अभियान जारी है.’ उन्होंने आगे लिखा, ‘विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर, भारतीय सेना और जेकेपी द्वारा डोडा के उत्तरी क्षेत्र में एक संयुक्त अभियान जारी किया गया था. आज रात लगभग 9 बजे आतंकवादियों से मुठभेड़ हुआ, जिसमें भारी गोलीबारी हुई. शुरुआती रिपोर्टों से पता चलता है कि हमारे बहादुर जवान घायल हुए हैं.’
रात को रोक दी गई थी फायरिंग
सेना के अधिकारी के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार की रात को आतंकवादियों के साथ फायरिंग को रोक दी गई थी, लेकिन मंगलवार को तड़के सुबह से गोलीबारी शुरू हुई, जो अभी तक जारी है.