तेलंगाना में किसानों के कर्ज माफ करने पर अब संशय के बादल छंट गए हैं. सरकार ने अब कर्ज माफी से जुड़ी अपनी पूरी योजना का खुलासा कर दिया है. सरकार ने ऐलान किया है कि 12 दिसंबर 2018 से 9 दिसंबर 2023 के बीच लिए गए 2 लाख रुपये तक के कृषि कर्ज को माफ किया जाएगा. सरकार के शुरुआती आकलन के मुताबिक कम से कम 47 लाख किसानों ने खेती के लिए लोन लिया हुआ है जिसमें से अधिकतर 1 लाख रुपये से कम का है. ऐसे में सरकार को इस वायदे को पूरा करने के लिए 15 अगस्त तक कम से कम करीब 35 हजार करोड़ रुपये की जरूरत पड़ेगी.
तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जो चुनावी वादे किए थे, उनमें किसानों की कर्ज माफी भी शामिल थी. सरकार बनने के काफी दिन बीत जाने के बाद इस पर कोई ऐलान न होने से सरकार की मंशा को लेकर सवाल उठने लगे थे. हालांकि, मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने कई बार यह आश्वासन जरूर दिया था कि अगस्त तक हर हाल में किसान कर्ज माफी योजना को लागू कर दिया जाएगा.
परिवार के एक व्यक्ति का ही कर्ज होगा माफ
सरकार किसानों के दो लाख रुपये तक के लोन माफ करेगी और यह लोन 12 दिसंबर 2018 से 9 दिसंबर 2023 के बीच का होना चाहिए. इसके अलावा सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि परिवार का सिर्फ एक कर्ज माफ किया जाएगा. अगर किसी परिवार में दो लोगों ने कृषि ऋण लिया है तो एक को पूरा कर्ज चुकाना ही होगा. जिन किसान परिवारों ने 2 लाख रुपये से अधिक लोन लिया हुआ है, उन्हें कर्ज माफी योजना का फायदा लेने के लिए 2 लाख रुपये ऊपर की राशि को भरना होगा.
कर्ज माफी के लिए बनेगा पोर्टल
इस योजना को लागू करने के लिए सरकार जल्द ही एक पोर्टल लॉन्च करेगी. इस पोर्टल पर लाभार्थी किसानों के लोन खाते, एलिजिबिलिटी और डेटा वैलिडेशन इत्यादि की डिटेल रहेगी. इस पोर्टल के अलावा कृषि विभाग किसानों की शिकायतों के निपटारे के लिए एक सेल भी बनाएगा. मंडल स्तर पर शिकायतों की सुनवाई होगी. हर बैंक कृषि विभाग और एनआईसी के साथ मिलकर काम करने के लिए एक नोडल ऑफिसर की नियुक्ति करेगा.