वित्त मंत्री ने बजट में चीजों को सस्ता करने का ऐलान किया है. कैंसर के इलाज के लिए तीन और दवाओं पर कस्टम ड्यूटी हटा दी गई है. इससे कैंसर की दवाएं सस्ती हो जाएंगी. मोबाइल फोन, इसके पार्ट्स, चार्जर पर कस्टम ड्यूटी घटाकर 15% कर दिया गया है.
इसके अलावा 25 महत्वपूर्ण खनिजों पर सीमा शुल्क में छूट दी गई है. कुछ ब्रूड स्टॉक, झींगा, मछली फ़ीड पर सीमा शुल्क को घटाकर 5% किया गया है. एक नजर डालते हैं कि बजट में क्या महंगा हुआ है और क्या सस्ता.
क्या सस्ता हुआ
- कैंसर के इलाज की तीन दवाओं को अब कस्टम ड्यूटी से छूट मिलेगी
- मोबाइल, एक्सेसरीज और चार्जिंग पर ड्यूटी घटाकर 15% की गई
- सोने और चांदी पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाकर 6% कर की गई
- प्लेटिनम पर इंपोर्ट ड्यूटी को घटाकर घटाकर 6.4% कर दिया गया
- कच्ची खाल और चमड़े की चीजों पर एक्सपोर्ट ड्यूटी को आसान करेंगे
- ब्रूड स्टॉक, झींगा और मछली फीड जैसे समुद्री भोजन पर ड्यूटी घटाकर 5% की
- सरकार 25 महत्वपूर्ण खनिजों को भी ड्यूटी से छूट देगी
- फेरो निकेल और ब्लिस्टर कॉपर पर कस्टम ड्यूटी नहीं लगेगी
- ऑक्सीजन मुक्त तांबे पर निर्माण या प्रतिरोधकों के लिए कोई कस्टम ड्यूटी नहीं लगेगी
- स्पैन्डेक्स यार्न पर कस्टम ड्यूटी 7.5% से घटाकर 5% की गई
- बत्तख या हंस से मिलने वाले वास्तविक डाउन-फिलिंग सामग्री पर भी सीमा शुल्क में कटौती
मोबाइल फोन, चार्जर होंगे सस्ते
कस्टम ड्यूटी में कटौती से मोबाइल फोन और उससे जुड़ी एक्सेसरीज जैसे- चार्जर वगैरह सस्ते होंगे. इसका फायदा देश में मोबाइल फोन बनाने करने वाली कंपनियों जैसे – एप्पल, फॉक्सकॉन और सैमसंग जैसी कंपनियों को होगा. कस्टम ड्यूटी में कटौती से इन कंपनियों को राहत मिलेगी और इस क्षेत्र में रोजगार के नए मौके भी बनेंगे.
भारत दुनिया का दूसरा सबसे मोबाइल मार्केट है, जहां उत्पादन सालाना 16% बढ़कर पिछले साल 44 बिलियन डॉलर था.
मोदी सरकार ने सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी को घटा दिया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोने और चांदी पर बेसिक कस्टम ड्यूटी को घटाकर 6% और प्लैटिनम पर 6.4% करने का प्रस्ताव दिया है. इसके अलावा 25 महत्वपूर्ण खनिजों पर कस्टम ड्यूटी में छूट की घोषणा की. सोने और चांदी और प्लैटिनम पर बेसिक कस्टम ड्यूटी में यह कटौती जेम्स एंड ज्वेलरी इंडस्ट्री की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करती है.
घरेलू बाजार में सोने की कीमतें गिरेंगी
सोने और चांदी पर मौजूदा ड्यूटी 15% है जिसमें बेसिक कस्टम ड्यूटी का 10% और एग्री इंफ्रा डेवलपमेटं सेस के रूप में 5% शामिल है.
एनालिस्ट्स मानते हैं इस कदम से सोने और चांदी की घरेलू कीमतों में गिरावट आने की संभावना है और देश में कीमती धातुओं की मांग बढ़ने की संभावना है.
भारत से सोने की बढ़ती मांग से ग्लोबल कीमतें बढ़ सकती हैं, जो इस साल की शुरुआत में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं. हालांकि, एक खतरा ये भी है कि इससे भारत का व्यापार घाटा भी बढ़ सकता है.
वित्त मंत्री सीतारमण ने स्टील और तांबे पर उत्पादन लागत कम करने की भी घोषणा भी की, उन्होंने कहा ‘मैं फेरो निकेल और ब्लिस्टर कॉपर पर बेसिक कस्टम ड्यूटी (BCD) को हटाने का प्रस्ताव करती हूं. मैं फेरस स्क्रैप और निकिल कैथोड पर जीरो बेसिक कस्टम ड्यूटी और तांबे के स्क्रैप पर 2.5% की रियायती बेसिक कस्टम ड्यूटी भी जारी रख रही हूं.
इन चीजों के लिए चुकानी होगी ज्यादा कीमत
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- पीवीसी फ्लेक्स बैनर का आयात करना महंगा होगा।
- कुछ दूरसंचार उपकरणों का आयात महंगा होगा। आधारभूत कस्टम ड्यूटी 10% से बढ़ाकर 15% की गई। मेक इन इंडिया के तहत देश में बने सस्ते घरेलू उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सरकार का एलान।
- एक साल से ज्यादा तक रखे गए इक्विटी निवेश महंगे होंगे। टैक्स 15% से 20% किया गया।
- एक साल से ज्यादा रखे गए शेयर महंगे होंगे। टैक्स 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5% किया गया।
- अमोनियम नाइट्रेट पर आयात शुल्क 10 फीसदी बढ़ाया गया।
- खुद से नष्ट न होने वाले प्लास्टिक महंगे होंगे। आयात शुल्क 25 फीसदी बढ़ाया गया।