हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की बारिश ने कहर ढाया है. प्रदेश भर में बीती रात को भारी बारिश हुई और कई इलाकों में बादल फटने की सूचना है. कुल्लू के निरमंड में बादल फटने के बाद बागी पुल के आसपास गाड़ियां और मकान बह गए हैं. वहीं, मनाली में ब्यास नदी ने फिर अपना रास्ता बदला है और हाईवे पर आ गई है और यहां पर आलू ग्राउंड में पानी भर गया है. इसी तरह चंडीगढ़ मनाली हाईवे जगह-जगह लैंडस्लाइड के चलते बंद है.प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटे हैं और अब तक कुल 52 लोग लापता हैं. शिमला में 36 लोग मिसिंग हैं. मंडी के पधर में 9 लोग लापता हैं.
शिमला से 100 किमी दूर रामपुर के झाकड़ी में बादल फटा है. बादल फटने के बाद रामपुर के झाकड़ी में समेज खड्ड में बाढ़ आ गई. गुरुवार सुबह यह घटना पेश आई है. शिमला जिला आपदा प्रबंधन की तरफ से यह सूचना मिली है. फिलहाल, डीसी शिमला अनुपम कश्यप और एसपी शिमला संजीव गांधी मौके के लिए रवाना हुए हैं. यहां पर कुल 19 लोग लापता बताए जा रहे हैं. एनडीआरएफ की टीमें भी मौके पर भेजी गई हैं.
कुल्लू जिले की मणिकर्ण में मलाणा गांव में बना पावर प्रोजेक्ट का डैम टूट गया है. डैम टूट से घाटी में बाढ़ आ गई है और हाहाकार मचा हुआ है. आधी रात को हुई बारिश की वजह से ब्यास नदी भी रौद्र रूप में आ गई है और यहां पर भी मनाली शहर के पास ब्यास नदी ने अपना रास्ता बदला है और हाईवे पर बहने लगी है. चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे कई जगह पर लैंडस्लाइड के चलते बंद है. फिलहाल, पार्वती नदी में भारी बाढ़ से भुंतर के आसपास लोगों को अलर्ट किया गया है.
उधर, शिमला के रामपुर में समेज खड्ड में बादल फटने से अब तक दो लोगों की मौत हो गई है. दो शव के बॉडी पार्ट्स मिले हैं. शिमला और कुल्लू जिला के सीमावर्ती इलाकों में 20 से 25 लोगों के लापता होने की आशंका हैं. शिमला के एसपी संजीव गांधी ने फोन पर जानकारी दी है.