इस्राइल के एक और दुश्मन की मौत की पुष्टि हुई है। दरअसल इस्राइल ने कहा है कि हमास का शीर्ष सैन्य कमांडर मोहम्मद दाइफ की जुलाई में मारा जा चुका है। मोहम्मद दइफ ही इस्राइल पर 7 अक्तूबर को हुए हमले का मास्टरमाइंड था। मोहम्मद दाइफ की मौत एक एयर स्ट्राइक में हुई। इस्राइल की सेना ने गुरुवार को एक बयान जारी कर बताया कि हमास का सैन्य कमांडर मोहम्मद दइफ जुलाई में ही एक एयर स्ट्राइक हमले में मारा गया था। यह एयर स्ट्राइक गाजा के दक्षिणी इलाके खान यूनिस में की गई थी। इस्राइली सेना का यह बयान हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत के एक दिन बाद ही आया है। हानिया का बुधवार को ईरान की राजधानी तेहरान में हत्या कर दी गई थी।
खान यूनिस में एक हवाई हमले में मारा गया
इस्राइली सेना बताया कि उन्हें कुछ घंटे पहले ही खुफिया जानकारी मिली है कि मोहम्मद दइफ की जुलाई में ही मौत हो चुकी है। इस्राइली सेना ने खान यूनिस इलाके में स्थित एक कंपाउंड को निशाना बनाकर 13 जुलाई को एयर स्ट्राइक की थी। इसी हमले में मोहम्मद दइफ मारा गया। इस्राइली सेना को सूचना मिली थी कि इस कंपाउंड में मोहम्मद दइफ आया था। दइफ के आने की सूचना पर ही कंपाउड पर हवाई हमला किया गया था, लेकिन हमले में दइफ मारा गया या नहीं इसकी पुष्टि नहीं हो पाई थी। अब पुष्टि होने पर इस्राइली सेना ने इसे बड़ी कामयाबी बताया है। इस्राइल के एक मंत्री ने कहा है कि हमास का खात्मा अब नजदीक है।
इस्राइल पर हुए हमले के पीछे का मास्टरमाइंड था मोहम्मद दइफ
मोहम्मद दइफ (58 वर्षीय) हमास की इज-अल-दीन अल कसाम ब्रिगेड का कमांडर था और करीब दो दशकों तक इस पद पर रहा। दइफ को इस्राइल का सबसे बड़ा दुश्मन और हमास की सैन्य ताकत के पीछे सबसे अहम माना जाता था। इस्राइल में 7 अक्तूबर को हुए हमले के पीछे मोहम्मद दइफ को ही मास्टरमाइंड माना जाता है। उस हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी और ढाई से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया गया था।
मई 2021 में इस्लाम के तीसरे सबसे पवित्र स्थल अल अक्सा पर इस्राइलियों द्वारा हमला करने के बाद अरब और मुस्लिम समाज के लोगों में गुस्सा था। रमजान के दौरान अल अक्सा मस्जिद में इस्राइल के घुसने, नमाजियों को पीटने, उन पर हमला करने, बुजुर्गों और युवाओं को मस्जिद से बाहर खींचने के फुटेज सामने के बाद ही हमास ने इस्राइल पर हमले की योजना बनानी शुरू कर दी थी। हमले के बाद दइफ ने एक रिकॉर्डिंग में कहा था कि, ‘आज हमारे लोगों का अल अक्सा पर हुए हमले का गुस्सा निकला है। हमारे मुजाहिदीन, आज आपका दिन है इस अपराधी (इस्राइल) को यह समझाने का कि उसका समय समाप्त हो गया है।’ दइफ बेहद गोपनीय तरीके से रहता था और अपने मिशन को अंजाम देता था। दइफ के ठिकानों के बारे में भी किसी को पता नहीं था।