रूस-यूक्रेन जंग को करीब ढाई साल बीत चुके हैं. व्लादिमीर पुतिन की सेना ने पूरे यूक्रेन को खंडहर में बदल दिया है. हालांकि इसके बावजूद भी वोलोडिमिर जेलेंस्की और उनकी आर्मी ने हार नहीं मानी है. शुक्रवार देर रात को यूक्रेन आर्मी ने रूस पर ऐसा हमला किया, जिसे पुतिन एंड कंपनी इतनी आसानी से भूल नहीं पाएगी. दरअसल, यूक्रेन की आर्मी एक-दो, पांच या 10 नहीं पूरे 55 ड्रोन एक साथ रूस की हवाई सीमा में दाखिल हुई. इन ड्रोन की मदद से यूक्रेन की सेना ने रूस के रोस्तोव शहर में जमकर तबाही मचाई. इन हमलों से शहर के लोगों में दहशत फैल गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए रूस ने पूरे राज्य में इमरजेंसी की घोषणा कर दी.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक रूस के रोस्तोव शहर के फ्यूल स्टोरेज डिपो को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ. इंधन में आग लगने के कारण तबाही का मंजर और भी विक्राल हो गया. शनिवार दोपहर को आग पर काबू पाया जा सका. रोस्तोव के गवर्नर के अनुसार हमले में कोई घायल नहीं हुआ है. 55 यूक्रेनी ड्रोन ने रात भर क्षेत्र पर हमला किया. उन्होंने कहा कि रोस्तोव में मोरोज़ोव्स्की जिले में भी आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई है. बताया गया कि यहां स्कूल और रेजिडेंशियल बिल्डिंग सहित कई फैक्ट्रियों को नुकसान पहुंचा है.
तीन रूसी क्षेत्रों पर यूक्रेन का अटैक…
रीजनल गवर्नर ने शनिवार को कहा कि यूक्रेन के ड्रोन ने रूस के बेलगोरोड क्षेत्र में एक तेल स्टोरेज डिपो पर भी हमला किया. हालांकि वहां आग को जल्दी बुझा लिया गया. यहां कोई भी घायल नहीं हुआ. उधर, यूक्रेन की सेना ने शनिवार को कहा कि उसने रूस के मोरोज़ोवस्क एयरफ़ील्ड और तीन रूसी क्षेत्रों में कई तेल डिपो और स्टोरेज यूनिट पर रात भर हमला किया था. यूक्रेन ने इस साल रूसी तेल फेसिलिटी पर हमला करने के लिए लंबी दूरी के ड्रोन का इस्तेमाल बढ़ा दिया है.