आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (RBI MPC) की बैठक दो दिन से चल रही है. इस बैठक में लिए गए फैसलों का एलान 8 अगस्त 2024 को किया जाएगा. रियल एस्टेट सेक्टर को इस बार भारतीय रिजर्व बैंक से काफी उम्मीदें हैं. विशेषज्ञों को केंद्रीय बैंक द्वारा रेपो रेट में 9 वृद्धि करने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है. वहीं, रियल एस्टेट सेक्टर उम्मीद कर रहा है रेपो रेट में कटौती होगी. अगर ऐसा होता है तो यह रियल एस्टेट सेक्टर के लिए एक बहुत बड़ी खबर होगी. अगर रेपो रेट में कोई बदलाव भी नहीं होता है, तो भी इस तिमाही में रियल एस्टेट सेक्टर में उछाल देखने को मिल सकता है.
विशेषज्ञों की मानें तो, इस सप्ताह हो रही मौद्रिक नीति समीक्षा एक बार फिर नीतिगत दर में बदलाव की संभावना नहीं है. इसका कारण आर्थिक वृद्धि दर को लेकर चिंता दूर होना है. केंद्रीय बैंक का अब और अधिक जोर मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत के लक्ष्य पर लाने पर हो सकता है. पिछले कुछ समय से रियल एस्टेट सेक्टर में खासा उछाल देखा गया है. हाल ही में आई सभी एजेंसी की रिपोर्ट भी बताती हैं कि लोग अपना घर लेने में रुचि दिखा रहे हैं. घरों की बिक्री सर्वकालिक उच्च स्तर पर हैं.
चुनावी समय में रेपो रेट बढ़ने की उम्मीद बेहद कम
देश में कई राज्यों में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में चुनाव से पूर्व बैठक के नतीजों का असर चुनावों पर भी हो सकता है. इसलिए इस बार भी रेपो रेट बढने की संभावना कम ही है. अगर केंद्रीय बैंक की तरफ से रेपो रेट में कटौती पर फैसला लिया गया तो ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है, जिससे लोन के ईएमआई घट सकती है. इसका असर पॉजिटिव हो सकता है.
नई उंचाइयों तक पहुंचेगी अर्थव्यवस्था
क्रेडाई एनसीआर के अध्यक्ष और गौड़ ग्रुप के चेयरमैन मनोज गौड़ का कहना है कि अर्थव्यवस्था कोविड काल के बाद खासी मजबूत हुई है। खास तौर पर रियल एस्टेट सेक्टर ने इसमें अपना योगदान दिया है. ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार भी रेपो रेट में बढ़ोतरी नहीं होगी. हालांकि उम्मीद है कि आरबीआई जल्द ही रेपो रेट में कटौती करेगा. एसकेए ग्रुप के निदेशक संजय शर्मा ने कहा कि आठ बार से आरबीआई ने लगातार रेपो रेट को न बढ़ाते हुए 6.5% पर अपरिवर्तित रखा है. यह आर्थिक परिदृश्य में आरबीआई के विश्वास को दर्शाता है. आरबीआई रेपो रेट को स्थिर रखेगा.
अर्थव्यवस्था को मिल रहे हैं पॉजिटिव संकेत
ग्रुप 108 के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. अमिष भूटानी का कहना है कि लगातार आठ बार से रेपो रेट का न बढ़ना रियल एस्टेट और अर्थव्यवस्था के लिए बेहद पॉजिटिव संकेत है. उम्मीद है कि इस बार भी ब्याज दरें स्थिर रहेंगी और रियल एस्टेट क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी.