अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भारत के लिए एक और अच्छी खबर आई है. रेटिंग एजेंसीज के बाद अब वर्ल्ड बैंक ने देश की इकोनॉमी पर बेहतर अनुमान जताया है. विश्व बैंक ने कहा है कि कृषि क्षेत्र और ग्रामीण मांग में सुधार के दम पर चालू वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर सात प्रतिशत रहने का अनुमान है. वर्ल्ड बैंक की मंगलवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, चुनौतीपूर्ण वैश्विक माहौल के बावजूद भारत की वृद्धि दर मजबूत बनी हुई है.
विश्व बैंक ने ‘इंडिया डेवलपमेंट अपडेट’ रिपोर्ट में कहा, भारत जो दक्षिण एशिया क्षेत्र का बड़ा हिस्सा है उसकी वृद्धि दर 2024-25 में सात प्रतिशत रहने की उम्मीद है. इसमें कहा गया, कृषि क्षेत्र में सुधार से उद्योग में आई मामूली गिरावट की आंशिक भरपाई हो जाएगी और सेवाएं मजबूत बनी रहेंगी. कृषि में अपेक्षित सुधार से ग्रामीण मांग में भी सुधार होगा.
मूडीज ने भी जताया बेहतर अनुमान
इससे पहले अमेरिका में स्थित दुनिया की सबसे बड़ी रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody’s) ने कहा था कि साल 2024 में भारत की विकास दर 7.2 फीसदी रहने का अनुमान है. पहले यह ग्रोथ रेट 6.8 फीसदी रहने का अनुमान था.
वहीं, ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत की साख को स्टेबल आउटलुक के साथ ‘BBB-‘ पर बरकरार रखा था. एजेंसी ने कहा कि भारत की रेटिंग को इसके मध्यम अवधि के मजबूत वृद्धि परिदृश्य से समर्थन हासिल है.
मूडीज के अनुसार, इंडियन इकोनॉमी दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बनी रहेगी. क्योंकि, इसके आसपास किसी अन्य देश की जीडीपी ग्रोथ का आंकड़ा नहीं दिख रहा. भारत में साइक्लिक मोमेंटम और निजी खपत बरकरार रहती है तो जीडीपी ग्रोथ में आगे भी तेजी बरकरार रहने की संभावना है.