राजस्थान में गदर मचा रही बारिश ने सरकार और आम आदमी की सांसें फूला दी है. आज भी राजस्थान के पूर्वी इलाके में मूसलाधार बारिश होने के प्रबल आसार बने हुए हैं. मौसम विभाग ने बारिश को लेकर बड़ी चेतावनी दी है. मौसम विभाग के अनुसार आज फिर 12 जिलों में बारिश गदर मचा सकती है. पूर्वी राजस्थान के बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, धौलपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, प्रतापगढ़ और सवाई माधोपुर में भारी बारिश हो सकती है. इन जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. इस इलाके के शेष जिलों में भी बारिश होने की चेतावनी दी गई है. अजमेर में हुई भारी बारिश के बाद वहां हालात को संभालने के लिए सेना के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है.
मौसम विभाग के मुताबिक परिसचंरण तंत्र आज राजस्थान मध्य भागों के ऊपर स्थित है. यह सतह से 5.8 किमी की ऊंचाई तक फैला हुआ है. बांगाल की खाड़ी में बना गहरा कम दबाव का क्षेत्र (WML) और तेज होकर अवदाब (Depression) बन चुका है. इसके आगामी 24 घंटों में ओडिसा और पश्चिम बांगाल की ओर आगे बढ़ने तथा तीव्र होकर डीप डिप्रेशन में बदलने के आसार हैं.
12 और 13 सितंबर को अतिभारी की संभावना
इस तंत्र के असर से आज भरतपुर, जयपुर, अजमेर, कोटा और उदयपुर संभाग के अधिकाांश भागों में तेज से लेकर कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं 10 और 11 सितंबर को पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में मध्यम बारिश जारी रहने के साथ ही कोटा और उदयपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. बंगाल की खाड़ी में बने डिप्रेशन के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में 12 और 13 सितंबर को भारी बारिश की गतिविधियों में फिर से बढ़ोतरी होने के साथ ही कहीं-कहीं अतिभारी बारिश होने का पूर्वानुमान है.
भरतपुर के कई गांव जलमग्न हो गए
रविवार को अजमेर, दौसा, टोंक, बूंदी, भरतपुर, कोटा और केकड़ी समेत कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई. जयपुर में भी छितराई बारिश का दौर चला. भारी बारिश के कारण कई वाहन पानी में बह गए. धौलपुर में चार सहेलियां पार्वती नदी में डूब गई. कई बांधों के गेट फिर से खोलने पड़े. भरतपुर के कई गांव जलमग्न हो गए. अजमेर में भारी बारिश के चलते सेना तक बुलानी पड़ गई.