नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन के बीच जंग की तपिश अभी कमती दिख नहीं रही है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक बार फिर पुतिन को दम दिखाया है. यूक्रेन ने रूस की राजधानी मॉस्को के आसपास रातभर ड्रोन से बमबारी की है. इसकी वजह से पूरा इलाका धुआं-धुआं हो गया. हालांकि, रूस का कहना है कि उसने यूक्रेन के 144 ड्रोन को मार गिराया है.
मॉस्को के आसपास यूक्रेनी ड्रोन हमलों में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई. इस बात की जानकारी मंगलवार को क्षेत्र के गवर्नर ने दी. उन्होंने कहा कि पहले हमले में एक बच्चे के मारे जाने की खबर पुष्टि नहीं हुई है. गवर्नर एंड्री वोरोब्योव ने कहा कि एक हमले के बाद तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने कहा कि 46 साल की एक महिला की मौत हो गई (पहले बताया गया था कि एक नौ साल के बच्चे की मौत हुई है, लेकिन इस जानकारी की पुष्टि नहीं हुई है).
रूसी अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को मॉस्को के आसपास हुए ड्रोन हमलों में कम से कम 144 ड्रोन मार गिराए गए हैं. इस हमले में कई रिहायशी इमारतों में आग लग गई, एक महिला की मौत हो गई और 30 से ज्यादा उड़ाने रोकनी पड़ीं. रूस के दक्षिण-पश्चिम में स्थित ब्रायंस्क क्षेत्र के गवर्नर ने बताया कि यूक्रेन की सीमा से सटे इस इलाके में 60 से ज़्यादा ड्रोन मार गिराए गए। हालांकि यहां किसी के हताहत होने या नुकसान की खबर नहीं है।
यूक्रेन में घरेलू ड्रोन इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है. यूक्रेन रूस के ऊर्जा, सैन्य और परिवहन ठिकानों पर लगातार ड्रोन हमले कर रहा है. रूस की समाचार एजेंसी आरआईए ने बताया कि डोमोडेडोवो और ज़ुकोवो हवाई अड्डे से 30 से ज्यादा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ाने रोक दी गई हैं. इधर यूक्रेन अमेरिका पर दबाव बना रहा है कि उसे और शक्तिशाली हथियार दिए जाएं, ताकि वो रूस को ज्यादा नुकसान पहुंचा सके और रूस की हमले की क्षमता को कमजोर किया जा सके.
क्रेमलिन से लगभग 50 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित रामेंस्कोए जिले की आबादी लगभग 4 लाख है. रूसी सुरक्षा सेवाओं से जुड़े टेलीग्राम चैनल शॉट और बाज़ा ने एक बहुमंजिला इमारत से आग की लपटें उठते हुए एक वीडियो पोस्ट किया है. इसमें बताया गया है कि रामेंस्कोए जिले में हुए ड्रोन हमले में पांच फ्लैट तबाह हो गए हैं. इससे पहले सितंबर की शुरुआत में भी यूक्रेन ने रूस के ऊर्जा केंद्रों और बिजली संयंत्रों पर कई ड्रोन हमले किए थे.
जेलेंस्की ने रूस पर ऐसे वक्त पर हमला किया है, जब यूक्रेन जंग एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है. भारत और चीन समेत दुनिया के कई देश जंग खत्म कराने में जुटे हैं. भारत की ओर से तो एनएसए अजीत डोभाल मध्यस्थता करने के लिए रूस भी जाने वाले हैं. पूर्वी यूक्रेन में आक्रमण कर रहा है और पश्चिमी सीमा से यूक्रेनी सेना को खदेड़ने की कोशिश कर रहा है.