जोमैटो का बढ़ता मुनाफा और शेयरों के तेजी से बढ़ते भाव को देखते हुए स्विगी का मन भी डोल गया है. ऐसे में, फूड टेक्नोलॉजी की दिग्गज कंपनी स्विगी ने अपने आईपीओ (IPO) की राशि बढ़ाने का फैसला किया है. कंपनी ने पहले 3,750 करोड़ रुपये की राशि जुटाने की योजना बनाई थी, जिसे अब बढ़ाकर 5,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है. कंपनी के कहा है कि यह फैसला कड़े कंपीटिशन वाले बाजार को देखते हुए लिया गया है. स्विगी ने अपने IPO में अब कुल 1.4 बिलियन डॉलर जुटाने की योजना बनाई है. यह राशि 5,000 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू और 6,664 करोड़ रुपये के ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के माध्यम से जुटाई जाएगी.
बाकी प्लेयर भी पीछे नहीं
स्विगी के इस निर्णय के पीछे बढ़ती प्रतिस्पर्धा का मुख्य कारण है. इसके प्रतिद्वंद्वी जैसे जोमैटो और ब्लिंकिट ने हाल ही में अपने मुनाफे और मार्केट कैपिटलाइजेशन में वृद्धि दर्ज की है. इसके अलावा, अन्य प्लेयर्स जैसे Zepto ने भी 1 बिलियन डॉलर की पूंजी जुटाई है.
FY24 में स्विगी ने अपने राजस्व को 36% बढ़ाकर 11,247 करोड़ रुपये कर लिया है. इसी समय में इसके घाटे में भी 44% की कमी आई है. हालांकि, जोमैटो के मुकाबले स्विगी अभी भी मुनाफे में पीछे है. जोमैटो ने FY24 में 12,114 करोड़ रुपये का राजस्व और 351 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जबकि स्विगी को 2,350 करोड़ रुपये का घाटा हुआ.
जुलाई 2022 में 40.60 रुपये का निचला स्तर छून के बाद अब सितंबर 2024 में यह स्टॉक 260 रुपये के पार हो चुका है. हालांकि पिछले महीने ही जोमैटो के शेयर ने 280.90 रुपये का अपना उच्चतम स्तर बनाया था. जनवरी 2023 में भी जोमैटो का भाव 44.35 रुपये पर था. उसके बाद से अब तक यह शेयर 490 फीसदी का रिटर्न दे चुका है. अगर बात करें इसी साल (2024) की तो जोमैटो के शेयर का भाव अब तक 110 प्रतिशत से अधिक रिटर्न दे चुका है.