महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां जोरों पर है. इस बीच विपक्ष के घोटालों को उजागर करने में माहिर बीजेपी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया अपनी ही पार्टी के फैसले से बेहद नाराज हैं. किरीट सोमैया ने पार्टी को मुश्किल में डालते हुए एक पत्र लिखा है. उसमें उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की है. इतना ही नहीं इतना अपमानजनक व्यवहार न करने का अनुरोध भी किया है.
विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी जोरदार तैयारी में जुटी है. विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की प्रबंधन समिति की घोषणा हो गई है. रावसाहेब दानवे की अध्यक्षता में इस समिति का गठन किया गया है. किरीट सोमैया को चुनाव संपर्क प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी गई है. नितिन गडकरी, चन्द्रशेखर बावनकुले, देवेन्द्र फडणवीस, विनोद तावड़े, आशीष शेलार, नारायण राणे, पीयूष गोयल, गणेश नाइक और हंसराज अहीर को विशेष आमंत्रित सदस्य घोषित किया गया है. लेकिन, बीजेपी के इस ऐलान से सोमैया बेहद नाराज हैं और उन्होंने रावसाहेब दानवे को पत्र लिखा है.
मुझे मेरे हाल पर छोड़ दें
उन्होंने कहा कि जिस तरह से आपने मुझसे पूछे बिना विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग के संपर्क प्रमुख के रूप में मेरे नाम की घोषणा की, वह गलत है. मुझे यह अस्वीकार्य लगता है. सोमैया ने एक पत्र में अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि हमें इसके लिए किसी और को नियुक्त करना चाहिए.
इसके अलावा 18 फरवरी 2019 को वर्ली के ब्लू सी होटल में बीजेपी-शिवसेना की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई थी. उस वक्त उद्धव ठाकरे की जिद के कारण बीजेपी नेताओं ने मुझे प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़ने के लिए कहा. तब से मैं भाजपा के एक सामान्य सदस्य, कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा हूं. इस दौरान मैंने ठाकरे सरकार के घोटालों को उजागर करने की जिम्मेदारी स्वीकार की थी.’ मुझ पर भी तीन बार जानलेवा हमले हुए. फिर भी मैंने यह जिम्मेदारी निभायी. सोमैया ने अपने दिल की बात कहते हुए कहा, ‘आपने पिछले साढ़े पांच साल से मुझे एक सामान्य सदस्य की तरह प्यार दिया है, यही काफी है.’