रिलायंस पावर लिमिटेड ने विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड (VIPL) के बकाया कर्ज का 3,872.04 करोड़ रुपये का सफलतापूर्वक सेटलमेंट कर दिया है. इसके परिणामस्वरूप कंपनी को सभी दायित्वों और कॉरपोरेट गारंटी से मुक्ति मिल गई है. इस खबर के साथ ही रिलायंस पावर के शेयरों में 5% की ऊपरी सर्किट लिमिट को छू लिया. बुधवार को खबर लिखे जाने तक रिलायंस पावर के शेयर 32.97 रुपये (NSE) पर लॉक था.
रिलायंस पावर लिमिटेड ने 3,872.04 करोड़ रुपये के कर्ज का निपटारा किया है, जो उसने विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड (VIPL) के गारंटर के रूप में लिया था. इस निपटान के परिणामस्वरूप, कंपनी को उसकी कॉर्पोरेट गारंटी और सभी दायित्वों से छुटकारा मिल गया है. इसका सीधा असर कंपनी के शेयरों पर नजर आया. कंपनी ने घोषणा की कि उसने सीएफएम एसेट रिकंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (CFM) के साथ सभी विवाद सुलझा लिए हैं. VIPL के 100% शेयरों को CFM के पक्ष में गिरवी रखा गया, जिसके बाद रिलायंस पावर की कॉर्पोरेट गारंटी को समाप्त कर दिया गया.
इस निपटान के बाद निवेशकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. रिलायंस पावर के शेयरों में अचानक आई 5% की तेजी ने बाजार में सकारात्मक संदेश दिया है. यह न केवल कंपनी की वित्तीय स्थिरता का संकेत है, बल्कि इसके भविष्य के विकास की संभावनाओं को भी बताता है.