दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से बेहद गंभीर मामला सामने आया है. मामले में विदेशी नागरिक को पहले एक डरावरी कहानी सुनाई गई. बुरी तरह से डराने के बाद विदेशी नागरिक को मदद की पेशकश की गई. पूरी तरह से अपने जाल में फंसाने के बाद बदमाशों ने इनसे मोटी रकम ऐंठ ली. पूरी तरह से लूटने के बाद इस विदेशी नागरिक को बीच रास्ते भटकने के लिए छोड़ दिया गया. किसी तरह आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन पहुंचने के बाद इस विदेशी नागरिक ने अपनी आपबीती पुलिस को बताई, जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
एयरपोर्ट सिक्योरिटी से जुड़े सीनियर ऑफिसर ने बताया कि जापान मूल के शुनसुके लियू 17 सितंबर की रात वियत जेट की फ्लाइट VJ-935 से आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचे थे. एयरपोर्ट से बाहर निकलने के बाद वह अपने होटल जाने के लिए टैक्सी तलाश ही रहे थे, तभी एक शख्स अपनी कार से वहां पहुंचा और उसने शुनसुके लियू से बातचीत शुरू कर दी. बातचीत के बीच, इस शख्स ने शुनसुके लियू से कहा कि दिल्ली में भारी विरोध प्रदर्शन के चलते लगभग सभी होटल बंद हैं. मदद का हाथ बढ़ाते हुए उसने शुनसुके लियू से कहा कि वह उनके लिए दिल्ली में रुकने का अल्टरनेट अरेंजमेंट कर सकता है.
तीन मिनट के सफर के लिए वसूले 98,700 रुपए
इस शख्स की बातों से शुनसुके लियू इस कदर डर गया कि उसने बिना देरी मदद लेने के लिए हामी भर दी. इसके बाद, इस शख्स ने शुनसुके लियू को अपनी कार में बैठाया और सेंट्रल दिल्ली इलाके में ले गया. देर रात एक जगह से दूसरी जगह घुमाने के बाद उसने शुनसुके लियू से कहा कि दंगों के चलते दिल्ली के सभी होटल और ट्रेन बंद हो गई हैं. ऐसी स्थिति में वह उसे अपनी कार से वाराणसी भेज सकता है. शुनसुके लियू के हां करने पर इस शख्स ने उसके क्रेडिंट कार्ड से 98,700/ रुपए निकाल लिए और उसे एक दूसरी कार में बैठा दिया. यह कार शुनसुके लियू को कुछ दूर तक लेकर गई और उसे बीच रास्ते उतार कर निकल गई.