राजस्थान के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने 2 अक्टूबर को कहा कि कांग्रेस की न्याय यात्रा सफल रही. सरकार को अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ और हमें ये पदयात्रा निकालनी पड़ी. कांग्रेस को कोई शौक नहीं था की वो एक साल में ही सड़क पर उतरे. लेकिन, बीजेपी की सरकार में गांव से लेकर शहर तक लगातार अपराध हो रहे हैं. इस न्याय यात्रा का उद्देश्य सरकार की नींद भगाना था. यहां जो सरकार बनी है वह कांग्रेस को खत्म करने के लिए बनी है. जबकि, हम प्रेम और सद्भाव के रास्ते पर चलना चाहते हैं. लेकिन, अगर हमें मजबूर किया गया तो कांग्रेस के कार्यकर्ता ईट से ईंट बजा देंगे. सचिन पायलट ने यह भी कहा कि हरियाणा में बहुमत से हमारी सरकार बनने जा रही है.
गौरतलब है कि कांग्रेस की छत्तीसगढ़ बचाओ न्याय यात्रा का आज समापन हुआ. यह पदयात्रा 27 सितंबर से गिरौदपुरी से शुरू हुई थी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में यह यात्रा 125 किलोमीटर चली. इस मौके पर बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ न्याय यात्रा का मकसद जनता की लड़ाई लड़ना था. सरकार की नाकामी को जनता तक पहुंचना था. हम अपने मकसद में कामयाब हुए. ये सरकार छत्तीसगढ़ को मणिपुर बनाने की कोशिश में है. इस सरकार में जनता डरी हुई है. उन्होंने कहा कि मैं चुनौती देता हूं मुख्यमंत्री को जगह और समय तय कर लें. मैं कांग्रेस और बीजेपी सरकार के आंकड़ों पर बहस के लिए तैयार हूं. यह यात्रा समाप्त नहीं हुई है. इस यात्रा को हमने केवल विराम दिया है. अब छत्तीसगढ़ के कोने कोने से और न्याय यात्रा निकलेंगी.
जनता का भरपूर साथ मिला- बैज
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि राजधानी में यात्रा को बहुत साथ मिला. कांग्रेस नेताओं के साथ जनता भी साथ में पैदल चली. हम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि कुंभकरण की नींद में सो रही सरकार जागे. बीजेपी लगातार न्याय यात्रा पर आरोप लगाती रही. बीजेपी ये बताए कि ताड़मेटला कब हुआ, झीरम कब हुआ, बलौदा बाजार कब जला, कवर्धा में घर कब जला, अगर ये घटना कांग्रेस की सरकार में हुई होतीं तो मैं माफी मांगता. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सीएम की नहीं चलती. नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने पार्टी की एकजुटता पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि यहां दीपक बैज, दीपक बघेल, दीपक महंत और दीपक सिंहदेव भी हैं. हम लोग ऐसे हैं कि इनमें से कोई भी बड़ा बन सकता है.