राजनांदगांव- वनांचल क्षेत्र छुरिया ब्लाक में एक सप्ताह से आतंक मचाकर ग्रामीणों में दहशत का पर्याय बन चुके खूंखार तेंदुए को वन विभाग द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार पिंजरे में बंद कर दिया गया ! तब जाकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली ! मिली जानकारी अनुसार बीते एक सप्ताह में वन परिक्षेत्र जोब के अंतर्गत किड़काड़ी एवं झाड़ीखैरा में तेंदुए ने गाय एवं कुत्ते सहित एक दर्जन मुर्गियों का शिकार किया था ! जिसे पकड़ने वन विभाग का अमला निरन्तर तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे ! बताया जा रहा है कि 18 अगस्त को खूंखार तेंदुआ सर्वप्रथम किड़काड़ी में दिखाई दिया था,जहां उसने पालतू कुत्ते व मुर्गियों का शिकार किया था ! उसके बाद इस गांव के घने जंगलों से होते हुए 19 अगस्त को झाड़ीखैरी बस्ती से लगे छोटा पहाड़ पर अपना डेरा बना लिया था ! इसी रात को पहाड़ पर चरने गई गाय को अपना शिकार बना लिया एवं रोजाना झाड़ीखैरी बस्ती में दिन व रात के समय विचरण करते कुत्तो ,मुर्गियों का ग्रामीणों के घर से शिकार करने लगा था ! जिस वजह से ग्रामीणों में भय व दहशत के वातावरण निर्मित था ! तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा वनमंडल राजनांदगांव से पिंजरा मंगवाया गया और जिस रास्ते से वह शिकार किया करता था उसी मार्ग पर पिंजरा लगाकर बकरे को रखा गया था !अंततः कल सुबह शिकार के लालच में पुनः झाड़ीखैरी बस्ती में पहुंचा ! जहां रामबिलास नरोटी के बाड़ी में फंसा हुआ तेंदुआ पाया गया ! वन अमले द्वारा खूंखार तेंदुए के पकड़ने की खबर क्षेत्र में आग की तरह फैल गयी ! धीरे धीरे ग्रामीणों का हुजूम तेंदुए की एक झलक देखने झाड़ीखैरी पहुंचने लगे ! बागनदी रेंजर बी.पी.चौबे एवं डिप्टी रेंजर के.डी. जोब,नूनकरन देवांगन ,सलीम कुरैशी गैंदाटोला एवं बीटगार्ड चन्दू हरदेल , रमन ठाकुर ,हरेंद्र सिंह ठाकुर,कयूम खान सहित वन चौकीदार की अलग अलग टीम ने ग्रामीणों की बेकाबू भीड़ को तेंदुए से दूर रखें रहा !
चिरचारी में हुआ मेडिकल चेकअप – झाड़ीखैरी से तेंदुए को वाहन से सुरक्षित काष्टाघर चिरचारी लाया गया !जहां वन अधिकारियों की मौजूदगी में पशु चिकित्सक एन.के.साहू एवं उनकी टीम ने मेडिकल चेकअप किया !
चार साल का मादा तेंदुआ- बताया गया कि खूंखार तेंदुए का मेडिकल चेकअप बाद उसका परीक्षण करने के बाद पता चला कि तेंदुआ मादा है और उसकी उम्र 4 वर्ष है !
तेंदुए को भोरमदेव अभ्यारण कबीरधाम ले जाया गया-वन मण्डल अधिकारी राजनांदगांव पंकज राजपूत के निर्देश पर एसडीओ दोहरे एवं बागनदी रेंजर बी.पी.चौबे की निगरानी में तेंदुए को चिरचारी से सुरक्षित भोरमदेव अभ्यारण कबीरधाम ले जाया गया है ! जहाँ तेंदुए को घने जंगलों में छोड़ा जायेगा !