राजनांदगांव I गणेश पंडालो में चढ़े फूलों से अगरबत्ती तैयार की गई है जिसे मार्केट में लाया जा रहा है। देवी-देवताओं में चढ़े आस्था के फूल अगरबत्ती के नाम से बिक्री की जा रही है जिसका अच्छा प्रतिसाद मिल रहा इसी को देखते हुए ५०० गणेश पंडालों से एकत्रित फूल को सूखाकर अगरबत्ती बनाई गई है।
इन दिनों दुर्गा, काली, सरस्वती पंडालों में चढ़े फूलों को एकत्रित हरियाली बहिनी द्वारा की जा रही है। हरियाली बहिनी अभियान के प्रमुख शिव कुमार देवांगन ने बताया हरियाली बहिनी अभियान के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण के लिये किये जा रहे प्रयास के तहत् अविभाजित राजनांदगांव जिले में दुर्गा, काली, सरस्वती पंडालों से फूल एकत्रित कर अगरबत्ती रंग, गुलाल एवं अन्य उत्पाद के लिये उपयोग किया जायेगा इसके साथ ही दुर्गा, काली, सरस्वती समिति से निवेदन कर रहें हैं कि वे फूलों को नदियों, तालाबों में न बहाये इसे सुखाकर बर्फानी आश्रम, चवेली कार्यालय राजनांदगांव एवं बम्लेश्वरी महिला प्रोड्यूसर कंपनी फाफामार तथा हरियाली बहिनी के पास दिया जाय ताकि फूलों का सदूपयोग किया जा सके।
OdnoklassnikPocketराजनांदगांव I गणेश पंडालो में चढ़े फूलों से अगरबत्ती तैयार की गई है जिसे मार्केट में लाया जा रहा है। देवी-देवताओं में चढ़े आस्था के फूल अगरबत्ती के नाम से बिक्री की जा रही है जिसका अच्छा प्रतिसाद मिल रहा इसी को देखते हुए ५०० गणेश पंडालों से एकत्रित फूल को सूखाकर अगरबत्ती बनाई गई है। इन दिनों दुर्गा, काली, सरस्वती पंडालों में चढ़े फूलों को एकत्रित हरियाली बहिनी द्वारा की जा रही है। हरियाली बहिनी अभियान के प्रमुख शिव कुमार देवांगन ने बताया हरियाली बहिनी अभियान के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण के लिये किये जा रहे प्रयास के तहत् अविभाजित राजनांदगांव जिले में दुर्गा, काली, सरस्वती पंडालों से फूल एकत्रित कर अगरबत्ती रंग, गुलाल एवं अन्य उत्पाद के लिये उपयोग किया जायेगा इसके साथ ही दुर्गा, काली, सरस्वती समिति से निवेदन कर रहें हैं कि वे फूलों को नदियों, तालाबों में न बहाये इसे सुखाकर बर्फानी आश्रम, चवेली कार्यालय राजनांदगांव एवं बम्लेश्वरी महिला प्रोड्यूसर कंपनी फाफामार तथा हरियाली बहिनी के पास दिया जाय ताकि फूलों का सदूपयोग किया जा सके।