प्रयागराज : विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ मेले 2024 के लिए यूपी पुलिस खास तैयारियों में जुटी है. महाकुंभ में ड्यूटी पर लगाने के लिए यूपी पुलिस की ओर से एक अलग ड्राइव चलाई जा रही है, जिसमें प्रदेशभर से कुछ खास पुलिसवालों की पहचान की जा रही है. इसमें उनके डील-डौल यानि शरीर से मजबूत होने से ज्यादा फोकस किसी और बात पर दिया जा रहा है. मेला एसएसपी राजेश द्विवेदी अब ऐसे ही पुलिसकर्मियों की तलाश कर रहा है. मेला प्रशासन की तरफ से ऐसे पुलिस के जवानों के रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं, ताकि उन्हें चुनकर मेला ड्यूटी में लगाया जा सके. इन जवानों को खास ट्रेनिंग भी दी जाएगी.
दरअसल, इस बड़े आयोजन में तैनात होने वाले पुलिसकर्मियों के लिए खास मानदंड तय किए गए हैं. पुलिसकर्मियों की तैनाती में इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि वे शाकाहारी, नॉन-एल्कोहलिक, सिगरेट और शराब से दूर रहने वाले, मृदुभाषी और अच्छे आचार-विचार वाले हों, ताकि वे मेले की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का सम्मान कर सकें.
विशेष पुलिसकर्मियों की मांग
एसएसपी द्विवेदी ने कहा कि मेला क्षेत्र की धार्मिक मान्यताओं और सांस्कृतिक गरिमा को बनाए रखने के लिए ऐसे ऊर्जावान और शाकाहारी पुलिसकर्मियों की जरूरत है, जो न केवल जनता के प्रति संवेदनशील हों, बल्कि मेले की परंपराओं को भी पूरी तरह समझें और उनका पालन करें. मेला प्रशासन अब इसी तरह के पुलिसकर्मियों की तलाश में जुट गया है.
पुलिसकर्मियों के लिए विशेष ट्रेनिंग
महाकुंभ मेले में तैनात होने वाले पुलिसकर्मियों को सॉफ्ट स्किल्स की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे श्रद्धालुओं और अन्य लोगों से सलीके से पेश आ सकें. ट्रेनिंग में सीनियर अधिकारियों के साथ-साथ बाहर से बुलाए गए विशेषज्ञ भी हिस्सा लेंगे. एसएसपी ने बताया कि 15 अक्टूबर से पुलिसकर्मियों का पहला बैच आएगा और उन्हें इस विशेष ट्रेनिंग में शामिल किया जाएगा.
अनुभवी पुलिसकर्मियों को मिलेगी प्राथमिकता
महाकुंभ के लिए उन पुलिसकर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिन्होंने पहले कुंभ, महाकुंभ या माघ मेले में ड्यूटी की हो. इस अनुभव को ध्यान में रखते हुए ऐसे पुलिसकर्मी मेले की व्यवस्थाओं को बेहतर ढंग से संभाल सकेंगे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी 6 अक्टूबर को महाकुंभ मेले के दौरे के दौरान मेला प्रशासन को इसी तरह के निर्देश दिए थे. उन्होंने पुलिसकर्मियों की तैनाती में विशेष सावधानी बरतने और धार्मिक संवेदनाओं का ध्यान रखने की बात कही थी.
अखाड़ा परिषद ने किया स्वागत
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी मेला प्रशासन की इस पहल का स्वागत किया है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि यह कदम देश और दुनिया में एक अच्छा संदेश देगा और महाकुंभ की धार्मिकता और गरिमा को बनाए रखने में मदद करेगा.