सरकार 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी नागरिकों आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (Ayushman Bharat Yojana) का लाभ देने का ऐलान कर चुकी है. आयुष्मान योजना का संचालन करने वाला निकाय, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) बुजुर्गों के लिए और अधिक स्वास्थ्य पैकेज इस योजना में जोड़ने की आवश्यकता पर विचार कर रहा है, ताकि बुजुर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें. अगर ऐसा होता है तो ज्यादा बीमारियों का इलाज बुजुर्ग फ्री में रजिस्टर्ड सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में करा सकेंगे. गौरतलब है कि पिछले महीने ही नरेंद्र मोदी कैबिनेट 70 साल और उससे अधिक उम्र के सभी बुजुर्ग, चाहे उनकी आर्थिक स्थिति कैसी भी हो, को आयुष्मान भारत योजना के दायरे में लाने का ऐलान किया था. सरकार के इस ऐलान से लगभग 6 करोड़ सीनियर सिटिजंस और देश के करीब 4.5 करोड़ परिवा परिवारों को फायदा होने की उम्मीद है.
समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, आधिकारिक सूत्रों ने जानकारी दी है कि विस्तारित योजना इसी माह के अंत तक लागू हो सकती है. इसका सीधा लाभ लगभग 4.5 करोड़ परिवारों के छह करोड़ नागरिकों को मिलेगा. स्वास्थ्य लाभ पैकेज पर निर्णय लेने वाली समिति इस बात पर विचार कर रही है कि और कौन-कौन से स्वास्थ्य पैकेज आयुष्मान योजना में जोड़े जा सकते हैं.
योजना का व्यापक कवरेज
वर्तमान योजना के अंतर्गत 1,949 चिकित्सा प्रक्रियाएं शामिल हैं, जो 27 विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञताओं को कवर करती हैं, जैसे कि सामान्य चिकित्सा, सर्जरी, कैंसर और हृदयरोग. इसके तहत लाभार्थियों को अस्पताल की सेवाएं, दवाएं, डायग्नोस्टिक सेवाएं, भोजन और आवास मुफ्त में प्रदान किए जाते हैं. अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण होने वाली अस्पताल में भर्ती सेवाएं भी इस आयुष्मान योजना में कवर होती है.
पांच लाख तक का फ्री इलाज
जिन लोगों का आयुष्मान कार्ड बना है वे इसके जरिए पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज का लाभ उठा सकते हैं. एक सितंबर तक 12,696 निजी अस्पतालों सहित कुल 29,648 अस्पताल आयुष्मान योजना के तहत सूचीबद्ध थे. यह योजना फिलहाल 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू है. हालांकि, दिल्ली, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है.