Home देश मुकेश अंबानी खरीद सकते हैं करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन में हिस्सेदारी,...

मुकेश अंबानी खरीद सकते हैं करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन में हिस्सेदारी, रिलायंस इंडस्ट्रीज की चल रही बातचीत!

8
0

देश के अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड  बॉलीवुड  के दिग्गज फिल्म प्रोड्यूसर करण जौहर की प्रोडक्शन हाउस धर्मा प्रोडक्शंस में हिस्सेदारी खरीद सकती है. अगर ये डील हो गई तो ये पहला मौका होगा जब रिलायंस इंडस्ट्रीज की कंटेट प्रोडक्शन में भी एंट्री हो जाएगी. करण जौहर अपनी प्रोडक्शन कंपनी धर्मा प्रोडक्शंस में हिस्सदारी बेचना चाहते हैं लेकिन वैल्यूएशन को लेकर पहले जिन कंपनियों के साथ बातचीत हो रही थी उसका कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया है.

इकोनॉमिक टाइम्स के रिपोर्ट के मुताबिक सारेगामा इंडिया लिमिटेड  धर्मा प्रोडक्शंस में मैजोरिटी स्टेक खरीदना चाह रही थी जिसकी खबर पिछले हफ्ते सामने आई थी. लेकिन अब रिलायंस इंडस्ट्रीज की धर्मा प्रोडक्शंस में हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत चल रही है. हालांकि इस डील को लेकर बाकी बातों का सामने आना बाकी है. धर्मा प्रोडेक्शंस में करण जौहर की 90.7 फीसदी स्टेक है जबकि 9.24 फीसदी हिस्सेदारी उनकी मां हीरु जौहर के पास है. धर्मा प्रोडक्शंस ने बालीवुड में कई बड़ी और सफल फिल्मों को प्रोड्यूस किया है.

रिलायंस इंडस्ट्रीज की मीडिया और कंटेट पोर्टफोलियो में जियो स्टूडियो , वायकॉम18 स्टूडियो  के अलावा बालाजी टेलीफिल्म्स  में भी स्टेक है. जियो स्टूडियो अभी देश की सबसे बड़ी फिल्म स्टूडियो है जिसने 2023-24 में 700 करोड़ रुपये बॉक्स ऑफिस कलेक्शन दर्ज किया था. कंपनी ने मैड्डॉक फिल्म्स  के साथ स्त्री 2  फिल्म को प्रोड्यूस किया है जो कि अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्म है.

इससे पहले ये रिपोर्ट्स सामने आई थी कि सारेगामा की पैरेंट समूह आरपी संजीव गोयंका ग्रुप के साथ धर्मा प्रोडक्शंस की हिस्सेदारी बेचने को लेकर बात चल रही है. पर 8 अक्टूबर, 2024 को बीएसई के पास रेगुलेटरी फाइलिंग में  सारेगामा ने बताया कि कंपनी हमेशा बिजनेस के ग्रोथ और उसके विस्तार के लिए अलग अलग रणनीतिक अवसरों की समीक्षा करती रहती है. हालांकि इस समय कोई ऐसी सूचना नहीं है जिसका खुलासा करना सेबी के डिस्क्लोजर रेगुलेशंस के तहत जरूरी है.

वित्त वर्ष 2022-23 में धर्मा प्रोडक्शंस का रेवेन्यू चार गुना बढ़कर 1040 करोड़ रुपये रहा जो उसके पहले वित्त वर्ष 2021-22 में 276 करोड़ रुपये रहा था. हालांकि मुनाफे में 59 फीसदी की गिरावट आ गई और 11 करोड़ रुपये रहा था.