बिहार में एक बार फिर से जहरीली शराब का कहर देखने को मिल रहा है. बिहार के छपरा, सीवान और गोपालगंज में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. सीवान जिले में सबसे अधिक मौत हुई, जहां जहरीली शराब पीने से अभी तक 28 लोगों की मौत हो गयी है. वहीं कई लोग बीमार हैं. वहीं छपरा में 12 मरीजों की मौत हो गयी है, जबकि गोपालगंज जिले में भी जहरीली शराब के कारण 2 लोगों की जांच चली गयी है.
वहीं इस बीच डीएम और एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि छपरा में जहरीली शराब कांड के पीछे मिथाइल अल्कोहल एक बड़ा कारण है. मौके से जब्त शराब में 80 प्रतिशत से ज्यादा मिथाइल अल्कोहल की मात्रा पाई गई है जो स्वास्थ्य के लिए बेहद ही खतरनाक है. डीएम और एसपी ने आज इस मामले के बाद कार्रवाई के बारे में बताते हुए कहा कि इस मामले में अब तक 33 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. अब ऐसे में यह सवाल उठता है कि मिथाइल एल्कोहल को शराब में मिलाने के बाद किस तरह यह पहले तो थोड़ी देर के लिए मजा देता है और उसके बाद पीने वालों को ऐसी सजा मिलती है कि उनकी जान तक चली जाती है.
क्या कहते हैं डॉक्टर?
मिथाइल एल्कोहल के नुकसान को लेकर जब पारस अस्पताल के डॉक्टर अनिल से बात की तो उन्होंने हैरान करने वाला खुलासा किया है. डॉक्टर अनिल ने बताया कि मिथाइल अल्कोहल एक जहरीला पदार्थ होता है. इसका प्रयोग आम तौर पर किसी व्यावसायिक कार्य में किया जाता है. इसका इस्तेमाल अमूमन पेंट या प्लाइवुड इंडस्ट्रीज़ में किया जाता है. साथ ही कई दूसरे कैमिकल के निर्माण में इसका उपयोग किया जाता है. साथ ही रंग और गंध नशे में भी इसका इस्तेमाल होता है.
सबसे पहले जाती है आंखों की रोशनी
पारस अस्पताल सहित कई अस्पताल में काम कर चुके डॉ अनिल कहते हैं कि जाहिर है मिथाइल अल्कोहल ख़तरनाक रासायनिक पदार्थ है. ऐसे में ज़हरीली शराब बनाने वाले इसका इस्तेमाल करेंगे तो पीने वाले का सबसे बड़ा असर आंख की रोशनी पर होता है. उसके बाद पीने वाले के ब्रेन पर होता है. साथ ही लीवर, किडनी और दिल पर गहरा असर होता है, जिसकी वजह से मल्टी आर्गन फेल्योर होता है और मरीज की मौत हो जाती है.
CM ने दिया कार्रवाई का निर्देश
बता दें, बिहार में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्च स्तरीय समीक्षा का निर्देश दिया है. बिहार के डीजीपी को पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया है और घटनास्थल पर भी जाने को कहा है. साथ ही यह भी कहा, ‘जो भी दोषी हो उस पर कड़ी कार्रवाई करें.’
तेजस्वी ने पूछा कौन जिम्मेदार?
वहीं शराब पीने से लोगों की मौत पर तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में शराबबंदी फेल है. किसी अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई. गरीब मारे जा रहे हैं. शराब के सप्लाई करने वालों को छुआ नही जा रहा है. सरकार अफसोस नहीं कर रही. क्या थाना पुलिस को पता नहीं जहरीली शराब से मौत दुखद है. कम से कम संवेदना तो प्रकट कर सकते हैं. वो भी नही कर रहे हैं. शराबबंदी फेल है तो कौन जिम्मेदार है?