Home छत्तीसगढ़ संतों के सानिध्य में महापौर ने किया आचार्य विद्यासागर चौक का लोकार्पण…

संतों के सानिध्य में महापौर ने किया आचार्य विद्यासागर चौक का लोकार्पण…

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० प्रवेश द्वार के ऊपर राष्ट्रसंत जैनाचार्य विघासागर जी की मूर्ति लगाने की महापौर हेमा देशमुख ने मौके पर घोषणा
० समारोह स्थल पर 21000 हजार लड्डूओं का जनमानस में वितरित कर मनाई गई खुशियां
० आज से पुराने गंज चौक हुआ नाम जैनाचार्य श्री विद्यासागर चौक

राजनांदगांव:  गुरुवार को गंज चौक का नामकरण पश्चात चौक में पट्टिका लगाकर चौक में जैन आचार्य विद्यासागर चौक का लोकार्पण समारोह पूरे हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए जैन समाज के सूर्यकांत जैन ने बताया कि, आज का यह दिन पूरे जैन समाज के लिए गौरव का दिन है, क्योंकि आज शरद पूर्णिमा के दिन ही समाधि सम्राट आचार्य विद्यासागर जी महाराज का एवं नव आचार्य 108 श्री समय सागर जी महाराज का अवतरण दिवस है और आज ही के दिन उनके नाम से चौक का नामकरण कर लोकार्पण कार्य संपन्न हुआ।

उक्त गरिमामय कार्यक्रम आचार्य  के श्रेष्ठ शिष्य मुनि आगम सागर जी महाराज, मुनि  पुनीत सागर जी महाराज, ऐलक  धैर्य सागर जी महाराज के सानिध्य में शहर की प्रथम नागरिक महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख के मुख्य आतिथ्य एवं समाज के वरिष्ठ पूर्व कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त खूबचंद पारख, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम किशुन यदु, नगर निगम चेयरमैन अमीन हुड्डा, शिव वर्मा, वार्ड पार्षद राजेश जैन रानू, पार्षद मधु बेद, जैन समाज के पूर्व अध्यक्ष पीसी जैन, सकल जैन समाज के अध्यक्ष मनोज वेद, वरिष्ठ डीसी जैन, चंद्रकांत जैन, मामराज अग्रवाल के आतिथ्य में संपन्न हुआ।

सूर्यकांत जैन ने बताया कि उक्त अवसर पर मुनि  आगम सागर महाराज ने कहा कि आचार्य विद्यासागर महाराज का व्यक्तित्व करुणा इतनी विशाल थी कि वह सिर्फ जैन समुदाय के संत नहीं पूरे मानव समाज के संत हुए, उनकी करुणा प्रेम इतना विशाल था कि किसी भी संप्रदाय का व्यक्ति चाहे सिख, मुस्लिम या हिंदू सभी लोग उनके दर्शन के लिए आते थे और आचार्य  सभी को आशीर्वाद देते थे, उनका प्रभाव इतना था कि जो भी उनके दर्शन करता उनके कष्ट दूर होते थे, ऐसे अतिशयकारी आचार्य भगवन ने अपने जीवन में इंडिया नहीं भारत बोलो कि अलख जगाई एवं स्वदेशी अपनाने के लिए हथकरघा जैसे रोजगार के अवसर के मार्ग को प्रशस्त किया।

शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने गुरुकुल शिक्षा प्रणाली को अपनाते हुए प्रतिभास्थली ज्ञानोदय विद्यापीठ की स्थापना की, वहीं उनके आशीर्वाद से पूरे भारतवर्ष में लगभग 100 गौशालाएं संचालित की जा रही है, जिसमें लगभग 100000 से अधिक गोवंश का संवर्धन एवं रक्षा की जाती है। मुनि  ने कहा कि जो अहिंसा द्वारा बनने वाला है उसमें आचार्य  की प्रतिमा लगाई जानी चाहिए, जिससे कि इस द्वार से निकलने वाले सभी को उनका आशीर्वाद प्राप्त होता रहे।
उक्त अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि उक्त पुनीत कार्य मुझे अपने कार्यकाल में करने का अवसर मिला और मैं अपनी महापौर निधि का सदुपयोग इस पुण्य कार्य में लगा सकी। उन्होंने उपस्थित जैन समुदाय सहित शहरवासियों को आचार्य विद्यासागर चौक की बधाई दी।

तत्पश्चात सभी अतिथियों को सचिव रविकांत जैन, अनिल बड़कुल, अखिलेश जैन, सुभाष जैन एवं समाज के पदाधिकारी द्वारा लोकार्पण स्थल ले जाकर विधिवत रूप से लोकार्पण पट्टीका का अनावरण कराया गया।
सूर्यकांत जैन ने बताया कि इसके पश्चात जैन आचार्य विद्यासागर जी महाराज की अवतरण दिवस पर जैन समाज द्वारा 21000 लड्डुओं का वितरण शहर के विभिन्न स्थानों में जाकर एवं विद्यासागर चौक में किया गया एवं पोहा वितरण किया गया। इस तरह जैन समाज ने अपने आचार्य भगवान के जन्मदिन की खुशियां मनाई। इसके पश्चात दिगंबर जैन धर्मशाला में आचार्य  के जन्मोत्सव के अवसर पर विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें फानेंद्र जैन, नमन कमलेश जैन, यश जैन, बृजेश जैन, शिरीष जैन, अभिषेक जैन, अमित जैन विशेष रूप से सक्रिय रहे।

उक्त अवसर पर मुख्य रूप से समाज के अनिल जैन, नरेश जैन, पूनम जैन, ललित जैन, अखिलेश जैन, अनीश जैन, संजय जैन, अतुल जैन, शरद खंडेलवाल, महेश अग्रवाल, बंटी गुप्ता, संजू गएघने, प्रफुल्ल जैन, राजेश खन्ना, मनोज जैन, शरद जैन, नरेंद्र जैन, मीनू जैन, विजय जैन, ज्ञानु, बलराज रचित जैन, मनीष जैन, ओम कांकरिया, प्रकाश बाफना, अशोक सुराना, शरद खंडेलवाल, सौरभ खंडेलवाल, राहुल जैन, पंकज जैन, निक्की जैन सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के महिला पुरुष एवं गंज लाइन के व्यापारी साथी, बजरंग हमाल संघ के सभी साथी, बजरंग व्यायाम शाला के सभी साथी, उक्त गरिमामय कार्यक्रम में उपस्थित रहे। सभी की गरिमामय उपस्थित के लिए आभार प्रदर्शन समाज के पूर्व अध्यक्ष पीसी जैन ने किया।

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