कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हुई थी. उसके मुताबिक, किसी ने एचआर के नाम पर एक व्यक्ति को 58 लाख सैलरी की नौकरी का फर्जी ऑफर लेटर भेजा था. जरा सोचिए, इतने बड़े पैकेज की नौकरी मिलने पर खुशी में मशगूल व्यक्ति को जब उसकी असलियत पता चली होगी तो उसकी क्या हालत हुई होगी. यह तो सिर्फ एक घटना का उदाहरण है. इन दिनों फर्जी ऑफर लेटर की खबरें आम हो गई हैं.
नौकरी ढूंढने के लिए ज्यादातर लोग जॉब वेबसाइट का सहारा लेते हैं (Job Websites). नौकरी के लिए वे किसी भी लिंक पर क्लिक कर देते हैं. उसको वेरिफाई तक करना जरूरी नहीं समझते हैं.. और इस एक गलती के चक्कर में बड़े फर्जीवाड़े का शिकार हो जाते हैं. कोई फर्जी ऑफर लेटर भेज रहा है तो इसका मतलब है कि उससे उसे कुछ फायदा हो रहा होगा. यह साइबर क्राइम माना जाता है (Cyber Crime). जानिए कुछ टिप्स, जिनसे आप समझ सकते हैं कि जॉब ऑफर लेटर असली है या नकली.
नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा कैसे होता है?
1- अगर आप फ्रेशर हैं या अनुभव और योग्यता कम होने पर भी अच्छी-खासी सैलरी का ऑफर मिला है तो आप ठग के निशाने पर हो सकते हैं.
2- अगर स्पैम ई-मेल के जरिए वैकेंसी का नोटिफिकेशन या ऑफर लेटर मिला है तो अलर्ट होने की जरूरत है. ऐसे किसी मेल या लिंक पर क्लिक न करें.
3- कई बार नौकरी का प्रचार-प्रसार फर्जी वेबसाइट के जरिए किया जाता है, जोकि देखने में असली लगती है. कहीं अप्लाई करने या ऑफर लेटर एक्सेप्ट करने से पहले उस वेबसाइट को अच्छी तरह से जांच लें.
4- कई मामलों में उम्मीदवारों को बेहतर पद और हाई सैलरी पैकेज का लालच देकर हजारों-लाखों रुपयों की डिमांड की जाती है.
ऑफर लेटर कैसे चेक करें?
1- अगर ऑफर लेटर में जॉब रोल से जुड़ी जानकारी अधूरी है या कंपनी का लोगो गलत है तो उस पर साइन न करें.
2- कंपनी का लोगो, नाम और अन्य डिटेल्स अच्छी तरह से चेक करें. उसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और जॉब वेबसाइट्स पर क्रॉस चेक भी कर लें.
3- जॉब ऑफर लेटर किस ईमेल आईडी से भेजा गया है. वह ऑफिशियल है भी या नहीं, यह सावधानी से चेक करें. कई बार फेक आईडी भी असली लगती है.
4- अगर किसी ब्लैंक पेपर पर डिजिटल साइन मांगे जा रहे हैं तो साफ मना कर दें. पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन मोड में होने से फर्जीवाड़े की आशंका बढ़ जाती है.
ऑफर लेटर चेक करने के 10 टिप्स
1. अस्पष्ट या अनजान कंपनी का नाम.
2. अनजान या गलत ईमेल पता या फोन नंबर.
3. ऑफर लेटर में विस्तार से नहीं बताया गया है कि कंपनी क्या करती है.
4. ऑफर लेटर में अनुचित या असंभव वेतन या लाभ.
5. ऑफर लेटर में कोई विशिष्ट जानकारी नहीं है, जैसे कि कंपनी का पता, वेबसाइट, आदि.
6. ऑफर लेटर में गलतियां ज्यादा होना.
7. ऑफर लेटर में वैधता या समाप्ति तिथि नहीं है.
8. ऑफर लेटर में स्पष्ट नौकरी का विवरण नहीं है.
9. ऑफर लेटर में संपर्क व्यक्ति या फोन नंबर नहीं है.
10. ऑफर लेटर में कोई विशिष्ट शर्तें या नियम नहीं हैं.