एयरलाइंस कंपनियों को बम की धमकी का सिलसिला लगातार जारी है. विमानन कंपनियों को हफ्ते भर के अंदर बम से उड़ाने की 90 फेक या हॉक्स कॉल मिली. हॉक्स कॉल के चलते घरेलू से लेकर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर असर पड़ रहा है. डायवर्जन से लेकर कैंसिलेशन तक करना पड़ा, जिससे एयरलाइंस कंपनियों को करोड़ों रुपए की चपत लगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन हॉक्स कॉल में से 70% का सोर्स एक ट्विटर हैंडल- @adamlanza1111 है.
इसी ट्विटर हैंडल के शुक्रवार (18 अक्टूबर) की रात इंडियन एयरलाइंस कंपनियों को धमकी वाले 12 कॉल मिले, जबकि शनिवार (19 अक्टूबर) को 34 कॉल गई. इस हैंडल के जरिए एयर इंडिया, विस्तारा, इंडिगो अकासा एयरलाइंस, एलाइंस, स्पाइसजेट, स्टार जैसी घरेलू विमानन कंपनियों को धमकी तो मिली ही. इसके अलावा अमेरिकन एयरलाइंस, जेट ब्लू और एयर न्यूजीलैंड जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को भी हॉक्स कॉल की गई. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक स्टार एयर तो कुल 4 हॉक्स कॉल रिसीव हुई. तो दूसरी कंपनियों को पांच पांच कॉल आई. ट्विटर पर धमकी वाले सारे मैसेज की लैंग्वेज लगभग एक जैसी है. जिसमें लिखा होता है- ‘आपके पास जहाज के अंदर बम रख दिए गए हैं, कोई जिंदा नहीं बचेगा… जल्दी से प्लेन खाली करवा लो…’
जिस ट्विटर अकाउंट के जरिए एयरलाइंस को धमकी दी जा रही थी, वह शनिवार दोपहर तक एक्टिव था. बाद में ट्विटर ने इसको सस्पेंड कर दिया.
कौन है एडम लैंजा, जिसके नाम पर अकाउंट
हॉक्स कॉल और बम की धमकी देने वाला ट्विटर हैंडल का यूजरनेम एडम लैंजा के नाम पर बना है, जिसने साल 2012 में अमेरिका के स्कूल में अंधाधुंध गोलीबारी कर 20 बच्चों की जान ले ली थीय. लैंजा 14 दिसंबर 2012 को सैंडी हुक एलिमेंट्री स्कूल में घुस गया और बच्चों पर अंधाधुंध फायरिंग करने लगा. जिसमें 6 से 7 साल की उम्र के 20 बच्चों की जान चली गई. दिलचस्प बात यह है कि एडम लैंजा भी इसी स्कूल से पढ़ा था.
बाद में कोर्ट में जो दस्तावेज पेश किए गए, उससे पता लगा कि एडम लैंजा बचपन से काफी डिस्टर्ब था. उसे ऑनलाइन गेमिंग का शौक था. साल 2017 में एक महिला सामने आई और उसने बताया कि गोलीबारी से पहले वह लैंजा के संपर्क में थी. वह हमेशा हिंसा और खून-खराबे की बातें किया करता था. वह एक लिस्ट भी बना रहा था, जिसमें इस तरह की घटनाओं का ब्यौरा था. एफबीआई की रिपोर्ट से यह भी पता चला कि एडम लैंजा की मां उसको लेकर बहुत प्रोटेक्टिव थीं. जब वह दसवीं क्लास में था तभी उसकी मां अपने पति से अलग हो गई. स्कूल रिकॉर्ड से यह भी पता चला कि उसको सेंसेनरी डिसऑर्डर से लेकर ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर, एंजायटी जैसी दिक्कते भी थीं.
क्या धमकी के पीछे लैंजा जैसा कोई शख़्स
सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि ट्विटर हैंडल @adamlanza1111 के पीछे कौन शख़्स है, जो एयरलाइंस कंपनियों को लगातार धमकी दे रहा है. उसने एडम लैंजा के नाम पर ट्विटर हैंडल क्यों बना रखा था? कहीं धमकी देने वाला शख़्स भी लैंजा जैसा ही तो नहीं है. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक इस तरीके की हॉक्स या फर्जी कॉल पीछे कई बार साजिश भी होती है. ज्यादातर समय धमकी देने वाला मानसिक समस्याओं से ग्रस्त होता है और अटेंशन हासिल करने के लिए यह सब करता है. कई बार मजाक में या प्रैंक कॉल्स भी होती हैं.
अब तक सुरक्षा एजेंसियों ने क्या किया
इस पूरे मामले में सुरक्षा एजेंसियों ने पिछले हफ्ते 17 साल के एक नाबालिक लड़के को पकड़ा. उसने सोशल मीडिया के जरिये इंटरनेशनल फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी दी थी. जिसके बाद फ्लाइट को पहले डाइवर्ट और फिर कैंसिल करना पड़ा था. हालांकि इस धमकी के पीछे मकसद क्या था, यह अभी भी साफ नहीं है.
बाद में कोर्ट में जो दस्तावेज पेश किए गए, उससे पता लगा कि एडम लैंजा बचपन से काफी डिस्टर्ब था. उसे ऑनलाइन गेमिंग का शौक था. साल 2017 में एक महिला सामने आई और उसने बताया कि गोलीबारी से पहले वह लैंजा के संपर्क में थी. वह हमेशा हिंसा और खून-खराबे की बातें किया करता था. वह एक लिस्ट भी बना रहा था, जिसमें इस तरह की घटनाओं का ब्यौरा था. एफबीआई की रिपोर्ट से यह भी पता चला कि एडम लैंजा की मां उसको लेकर बहुत प्रोटेक्टिव थीं. जब वह दसवीं क्लास में था तभी उसकी मां अपने पति से अलग हो गई. स्कूल रिकॉर्ड से यह भी पता चला कि उसको सेंसेनरी डिसऑर्डर से लेकर ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर, एंजायटी जैसी दिक्कते भी थीं.
क्या धमकी के पीछे लैंजा जैसा कोई शख़्स
सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि ट्विटर हैंडल @adamlanza1111 के पीछे कौन शख़्स है, जो एयरलाइंस कंपनियों को लगातार धमकी दे रहा है. उसने एडम लैंजा के नाम पर ट्विटर हैंडल क्यों बना रखा था? कहीं धमकी देने वाला शख़्स भी लैंजा जैसा ही तो नहीं है. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक इस तरीके की हॉक्स या फर्जी कॉल पीछे कई बार साजिश भी होती है. ज्यादातर समय धमकी देने वाला मानसिक समस्याओं से ग्रस्त होता है और अटेंशन हासिल करने के लिए यह सब करता है. कई बार मजाक में या प्रैंक कॉल्स भी होती हैं.
अब तक सुरक्षा एजेंसियों ने क्या किया
इस पूरे मामले में सुरक्षा एजेंसियों ने पिछले हफ्ते 17 साल के एक नाबालिक लड़के को पकड़ा. उसने सोशल मीडिया के जरिये इंटरनेशनल फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी दी थी. जिसके बाद फ्लाइट को पहले डाइवर्ट और फिर कैंसिल करना पड़ा था. हालांकि इस धमकी के पीछे मकसद क्या था, यह अभी भी साफ नहीं है.
कैसे इस साल फर्जी धमकियों की बाढ़
एयरलाइंस कंपनियों के लिए हॉक्स कॉल कोई नई बात नहीं है. पहले भी इस तरह की कॉल आती रही हैं, लेकिन इस साल फर्जी कॉल में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है, हफ्ते भर के अंदर 90 हॉक्स कॉल बिल्कुल चौंकाने वाला है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसी साल जून में भी अलग-अलग एयरपोर्ट्स को एक ही दिन में 41 हॉक्स कॉल मिली थीं. जबकि 2014 से 2017 के बीच कुल 120 फर्जी कॉल रिसीव हुई थीं.
एयरलाइंस कंपनियों को कैसे लगता है चूना
धमकी वाली कॉल भले ही फर्जी हो लेकिन एविएशन कंपनियों को फौरन कदम उठाना पड़ता है. जिसमें डायवर्जन से लेकर फ्लाइट कैंसिलेशन तक शामिल है. इस चक्कर में उन्हें करोड़ों का चूना लगता है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक धमकी के बाद कई फ्लाइटें डिले हो जाती हैं और इसके बाद पैसेंजर्स अपना टिकट कैंसिल कर देते हैं. रिफंड लेते हैं. कंपनियों को उनके ठहरने से लेकर खाने-पीने तक का इंतजाम करना पड़ता है. ऐसे में ऑपरेशन कॉस्ट बढ़ती चली जाती है.