खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा खाद्य प्रतिष्ठानों में दी जा रही दबिश
राजनांदगांव । कलेक्टर संजय अग्रवाल के निर्देशानुसार खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों द्वारा जिले के आमजनों के बीच स्वच्छ सुरक्षित खाद्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित कराने खाद्य प्रतिष्ठानों में दबिश दी जा रही है। साथ ही व्यापारियों से नियमों का पालन करते हुए खाद्य व्यापार करने कहा जा रहा है। त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं को मिलावटी एवं गुणवत्ताहीन खाद्य सामग्री से बचाने होटल, रेस्टोरेंट, किराना दुकानों, डेयरी का लगातार औचक निरीक्षण किया जा रहा है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी डोमेन्द्र धु्रव ने बताया कि विभाग द्वारा डोंगरगढ़ विकासखंड के स्वागत होटल से पनीर, माँ बम्लेश्वरी रेस्टोरेंट से दाल, जायसवाल किराना से आटा, सांईं ट्रेडर्स से साबूदाना तथा डोंगरगांव विकासखंड के बीकानेर स्वीट्स से काजू कतली, गौतम होटल से कलाकंद, मानसरोवर से काजू कतली सहित 14 से अधिक खाद्य सामग्री को आशंका के आधार पर नमूने जांच हेतु भेजा गया है। साथ ही 5 खाद्य व्यापारियों को खाद्य प्रतिष्ठानों में उचित रखरखाव नहीं पाये जाने पर नोटिस भी जारी किया गया है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों द्वारा खाद्य प्रतिष्ठानों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। खाद्य सामग्री की गुणवत्ता संबंधी शिकायते राज्य हेल्पलाइन नंबर 9340597097 या 7000885404 में दर्ज करा सकते है।
उपभोक्ता स्वयं घर में खाद्य सामग्री की जांच कर सकते है-
दूध में पानी की मिलावट की जांच – दूध की एक बूंद चिकनी तिरछी सतह पर डालें शुद्ध दूध की बूंद चिपकी रहेगी या सफेद पूंछ बनाते हुए बहेगी। पानी की मिलावट होने पर बिना धार के तुरंत बह जायेगा।
दूध में डिटर्जेंट की मिलावट की जांच – दूध का 5 से 10 मिली का नमूना लेकर समान मात्रा में पानी मिलाकर अच्छी तरह से हिलाएं, दूध में डिटर्जेंट होगी, तो घने झाग देगी एवं शुद्ध दूध में झाग की बहुत पतली सतह बनेगी।
खोया, छेना, पनीर में स्टार्च मिलावट की जांच – 2 से 3 मिली सेंपल को लेकर उसमें 5 मिली पानी मिलाकर सेंपल को ठंडा कर लीजिए फिर इसमें टिंचर आयोडीन की 2 से 3 बूंद मिला लीजिए। सेंपल में नीले रंग की उपस्थिति स्टार्च की मिलावट को दर्शाता है।
घी व मक्खन उबले आलू, शक्कर व अन्य प्रकार के स्टार्च की मिलावट – कांच की कटोरी में आधा चम्मच घी या मक्खन ले लीजिए 2-3 बूंद टिंचर आयोडीन डालने पर, सेंपल नीला रंग का हो तो स्टार्च की मिलावट है।
तेल एवं वसा में ट्राई ऑर्थो केसाइल फॉस्फेट (टीओसीपी) की मिलावट की जांच – तेल का 2 मिली सेंपल लीजिए, इसमें थोड़ा ठोस मक्खन मिला दीजिए अगर सेंपल में लाल रंग दिखे मतलब टीओसीपी की मिलावट की गई है।
लाल मिर्च में सिन्थेटिक रंग की पहचान – एक कांच की ग्लास में पानी लेकर पानी उसकी सतह पर लॉल मिर्च पाउडर छिड़क दें। कृत्रिम रंग मिली लाल मिर्च पानी में नन्ही-नन्ही लाल रंग की धाराओं के रूप में तली में बैठने लगेगी।
हरी मटर में कृत्रिम रंग की मिलावट – एक पारदर्शी कांच के ग्लास में थोड़े से मटर के दानों को डालकर 30 मिनट छोड़ दें, अगर मटर रंग छोड़ते है, तो कृत्रिम रंग की मिलावट है।