भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने फॉरेक्स ट्रेडिंग नियमों का उल्लंघन करने वाले 13 प्लेटफॉर्म्स पर सख्त कदम उठाए हैं. मंगलवार को आरबीआई ने अपनी अलर्ट लिस्ट को अपडेट किया, जिसमें इन अनधिकृत प्लेटफॉर्म्स के नाम शामिल किए गए हैं. केंद्रीय बैंक ने इन प्लेटफॉर्म्स पर फॉरेक्स ट्रेडिंग में हिस्सा लेने और फॉरेन एक्सचेंज ट्रांजेक्शन की इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पर भी रोक लगा दी है.
आरबीआई की नई अलर्ट लिस्ट में रेंजर कैपिटल, टीडीएफएक्स, इनेफेक्स, यॉर्करएफएक्स, ग्रोलाइन, थिंक मार्केट्स, स्मार्ट प्रॉप ट्रेडर, फंडेड नेक्स्ट, वेलट्रेड, फ्रेशफॉरेक्स, एफएक्स रोड, डीबीजी मार्केट्स और प्लसवन ट्रेड के नाम शामिल हैं. इन सभी इकाइयों पर फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए अधिकृत नहीं होने के आरोप लगे हैं.
लिस्ट में कुल 88 इकाइयां
आरबीआई ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर किसी इकाई का नाम इस लिस्ट में नहीं है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसे फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए अधिकृत किया गया है. केंद्रीय बैंक ने कहा है कि यह सूची पूर्ण नहीं है, और ट्रेडिंग शुरू करने से पहले सभी निवेशकों को प्लेटफॉर्म की वैधता के बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए.
RBI की सख्त चेतावनी
इस साल अप्रैल में आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी अनधिकृत फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स पर चिंता व्यक्त की थी. इसके साथ ही बैंकों को निर्देश दिया गया था कि वे ऐसी अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाएं. इससे पहले 2022 में भी आरबीआई ने अनधिकृत प्लेटफॉर्म्स के प्रमोशन के खिलाफ चेतावनी जारी की थी. आरबीआई का यह कदम उन सभी प्लेटफॉर्म्स पर शिकंजा कसने के लिए उठाया गया है, जो फॉरेक्स ट्रेडिंग के नियमों का उल्लंघन कर रहे थे और भारतीय निवेशकों को जोखिम में डाल रहे थे.