पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के बाद बलरामपुर में शुक्रवार को भी बवाल जारी है। युवक की डेडबॉडी को पुलिस बलरामपुर से उसके गृहग्राम ले जा रही थी इस दौरान लोग फिर आक्रोशित हो गए। भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया।
भीड़ को कंट्रोल करने पहुंची ASP निमिषा पांडे पर भी महिलाओं ने हमला कर दिया। इस दौरान एक महिला चप्पल से भी मारती नजर आई है। हमला और पथराव के दौरान भाग रही निमिषा पांडेय दो बार गिर गईं और घायल हो गई। वे जशपुर में एएसपी हैं। आज उन्हें बलरामपुर में ड्यूटी में तैनात किया गया था।
इससे पहले मृतक का शव लेने से परिवारजनों और बंगाली समाज ने इनकार कर दिया था। जिसके बाद भारी बवाल के बीच किसी तरह पुलिस खुद डेडबॉडी को उसके गृहग्राम संतोषी नगर लेकर पहुंची। यहां भी लोगों में आक्रोश के चलते हालात तनावपूर्ण है।
गुरुवार रात भी थाने में हुई थी तोड़फोड़
इससे पहले गुरुवार रात भी बलरामपुर थाने में लोगों की भीड़ ने हमला बोल दिया। देर रात तक हंगामे के बाद थाने और एसपी कार्यालय के सामने हाईवे पर कर प्रदर्शन कर रहे लोगों की भीड़ को पुलिस ने हटाया। एसपी ने बलरामपुर थाना प्रभारी और आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है।
मृतक गुरुचरण मंडल के पिता शांति राम ने थाने से बाहर निकलकर कहा कि पुलिस ने उसके बेटे को मारकर लटकाया है, TI और SP तीन दिनों से गुरुचरण को पीट रहे थे। वहीं ASP शैलेंद्र पांडेय ने इन आरोपों को खारिज किया है। ASP ने कहा कि, सिर्फ पूछताछ के लिए बुलाया गया था उसने बाथरूम में जाकर फांसी लगा ली।
जानिए क्या है पूरा मामला
बलरामपुर थाने में गुरूवार को पूछताछ के लिए बुलाए गए स्वास्थ्य विभाग के प्यून गुरूचरण मंडल (30) ने लॉकअप के बाथरूम में फांसी लगा ली। थाने में गुरूचरण मंडल की मौत की सूचना लोगों को शाम को मिली तो हंगामा मच गया। लोगों ने थाने का घेराव कर जमकर हंगामा करते हुए थाने और पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया।
पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने नेशनल हाइवे पर चक्काजाम कर दिया। वहीं घटना के बाद लोगों के आक्रोश को देखते हुए देर रात थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और कॉन्स्टेबल अजय यादव को निलंबित कर दिया गया है।