केरल के कासरगोड में स्थित अंजुट्टम्बलम वीरर कावु मंदिर में दिवाली उत्सव के दौरान सोमवार दे रात एक बड़ा हादसा हो गया. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने मुताबिक सोमवार देर रात मंदिर में दिवाली उत्सव मनाया जा रहा था, तभी आतिशबाजी के दौरान यह दुर्घटना हो गई. इस घटना में 154 लोगों घायल हो गए. बताया जा रहा है कि आठ लोगों की स्थिति काफी ज्यादा गंभीर है. घायलों को कासरगोड, कन्नूर और मंगलुरु के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.
पुलिस के मुताबिक इस बात की आशंका जताई जा रही है कि यह हादसा उस वक्त हुआ जब मंदिर के पास फायर-क्रैकर स्टोरेज फैसिलिटी में आग लग गई. दुर्घटना आधी रात को हुई. मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जिला कलेक्टर के अलावा पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए. दमकल विभाग ने आग बुझाने का काम शुरू किया. अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला गया. स्थानीय लोगों ने भी अंदर फंसे लोगों को बचाने में काफी मदद की. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि कन्हानगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती पांच लोगों की हालत ज्यादा गंभीर है.
जिला कलेक्टर ने क्या कहा?
कासरगोड जिला कलेक्टर इंपाशेखर कलिमुक ने कहा कि कासरगोड नीलेश्वरम में मंदिर की आतिशबाजी की दुकान में आग लगी थी. इस दुकान के लिए जिला प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी. पटाखे चलाने की अनुमति के लिए कोई आवेदन भी नहीं किया गया था. हादसे के बाद मंदिर आयोजकों को हिरासत में ले लिया गया है। उन्होंने कहा कि आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन ने घटना की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है.
कैसे हुआ इतना बड़ा हादसा?
नीलेश्वरम के अंजुताम्बलम वीरारकव में थेयम केट उत्सव के दौरान सोमवार दोपहर करीब 12.30 बजे पटाखों में आग लग गई. बताया गया कि आयोजकों ने 100 मीटर की दूरी के नियम का पालन नहीं किया. जब मूवलमकुझी चामुंडी थियाट के वेल्लातम प्रस्थान के दौरान पटाखे फूटे, तो चिंगारी उस इमारत में गिरी जहां पटाखे रखे गए थे और फिर विस्फोट हो गया. मंदिर की दीवार से सटी एक चादरनुमा इमारत में पटाखों को स्टोर किया गया था.