उत्तरी दिल्ली के वजीरबाद इलाके का यह वाकया 5 नवंबर की देर शाम का है. संगम विहार इलाके में गश्त कर रहे कॉस्टेबल सत्यप्रकाश की नजर काफी देर से अपने फोन पर टिकी हुई थी. अचानक फोन की घंटी बजती है और कॉन्सटेबल सत्यप्रकाश बेहद फुर्ती से अपना फोन उठाते हैं. फोन के दूसरी तरफ मौजूद जैसे-जैसे अपनी बात पूरी कर रहा है, वैसे-वैसे कॉन्सटेबल सत्यप्रकाश के माथे पर बल बढ़ते जा रहे हैं. कॉल खत्म होते ही कॉन्सटेबल सत्यप्रकाश आजाद चौक की एक रिहाइश की तरफ तेजी से भागते हैं.
आजाद चौक की इस रिहाइश में पहुंचने के बाद कॉन्सटेबल सत्यप्रकाश जो कुछ देखते हैं, उनकी आंखे खुली की खुली रह जाती हैं. वह तुरंत पूरे वाकये के बारे में अपने अफसरों को बताते हैं. वहीं, इस बाबत जानकारी मिलते ही सब इंस्पेक्टर प्रेम प्रकाश, हेडकॉन्स्टेबल महिनुद्दीन, हेडकॉन्स्टेबल मनोज और कॉन्स्टेबल मनीषा इलाके की तरफ कूच कर जाते हैं. इलाके की घेरेबंदी के बाद पुलिस रेड शुरू होती है. इलाके के एक घर में जैसे ही पुलिस टीम दाखिल होती है, वहां मौजूद एक महिला युवती भागने की कोशिश करने लगती है.
यह युवती अपने मंसूबों में सफल होती, इससे पहले कॉन्स्टेबल मनीषा काबू कर लेती हैं. अब शुरू होती है घर की तलाशी की कार्रवाई. घर की तलाशी में 800 बोटल फैल्कन संतरा देशी शराब, 150 बोटल रेस 7.3 और 60 बोटल किंगफिशन प्रीमियम स्ट्रांग बीयर बरामद की जाती है. इस मामले में वजीराबाद थाना पुलिस ने गैरकानूनी तरीके से शराब बेचने के आरोप में युवती को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार युवती की पहचान कोयली के तौर हुई है. उसे पहले भी ऐसे ही मामलों में पांच बार गिरफ्तार किया जा चुका है.
पूछताछ के दौरान, आरोपी महिला कोयली ने खुलाया कि अनपढ़ होने की वजह से आजीवका चलाने के लिए उसके पास कुछ भी नहीं है. पेट भरने के लिए वह शराब तस्करी के गोरखधंधे में लिप्त हो गई. यहां से पहले वह दिल्ली के स्वरूप नगर इलाके में रह कर शराब की आपूर्ति करती थी. इस मामले में उसे स्वरूप नगर पुलिस कई बार गिरफ्तार कर चुकी थी. स्वरूप नगर में पुलिस की बढ़ती सख्ती के चलते वह दो सप्ताह पहले इस इलाके में शिफ्ट हो गई और शराब तस्करी करने लगी. वह हरियाणा के कुंडली इलाके से शराब लाकर स्थानीय निवासियों के साथ-साथ राहगीरों को बेचती थी.