नई दिल्ली। रेल पटरियों और चलती ट्रेनों में रील बनाने वाले सचेत हो जाएं। अगर इन जगहों पर रील बनाने में सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया तो प्राथमिकी होगी। रेलवे बोर्ड ने इस संदर्भ में अपने सभी जोन को निर्देश दिया है। इसमें कहा गया है कि अगर रील बनाने वाले सुरक्षित रेल परिचालन के लिए खतरा उत्पन्न करते हैं या कोचों या रेल परिसरों में यात्रियों के लिए असुविधा का कारण बनते हैं तो उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए।
रील बनाने में लोगों ने सारी हदें पार कर दी हैं
रेलवे बोर्ड का यह निर्देश हालिया कुछ मामलों के सामने आने के बाद आया है, जिसमें खासतौर पर युवकों ने अपने मोबाइल फोन से रेल पटरियों और चलती ट्रेनों में स्टंट करते वीडियो बनाने में रेल सुरक्षा के साथ समझौता किया।
बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘रील बनाने में लोगों ने सारी हदें पार कर दी हैं। वे न केवल अपनी जान को जोखिम में डालते हैं बल्कि रेल पटरियों पर वस्तुओं को रखकर या वाहन चलाकर या चलती ट्रेनों में खतरनाक स्टंट करके सैकड़ों यात्रियों की सुरक्षा को भी खतरे में डालते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘ऐसे कई वीडियो प्रसारित हुए हैं, जिसमें दिखा कि सेल्फी लेने में लोग ट्रेन के समीप चले गए, जिससे उनकी मौत हो गई। ट्रेन की चपेट में आने से कई लोगों की मौके पर ही जान चली गई।’
रेलवे बोर्ड अधिकारियों के अनुसार, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) को नियमों का उल्लंघन करके रील बनाने वालों के प्रति जीरो टालरेंस की नीति अपनाने को कहा गया है।
सामुदायिक जागरूकता
रेलवे अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे लोगों को जागरूक करें कि रेल पटरियों पर इस तरह की गतिविधियां खतरनाक और गैरकानूनी हैं।
रेलवे परिसर में रील बनाना क्यों है गैरकानूनी
रेलवे अधिनियम, 1989 के तहत रेल परिसरों और पटरियों पर किसी भी अवैध गतिविधि को दंडनीय अपराध माना गया है।
धारा 147:
रेलवे पटरियों पर अनधिकृत प्रवेश।
धारा 153:
रेलगाड़ियों के संचालन में बाधा डालना।
धारा 145:
सार्वजनिक स्थान पर अनुचित आचरण।
रेलवे का उद्देश्य
रेलवे ने यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और रेल संचालन को व्यवस्थित रखने के उद्देश्य से उठाया है। रेलवे का मानना है कि सोशल मीडिया पर लोकप्रियता हासिल करने के लिए रेल पटरियों पर रील बनाना न केवल खतरनाक है बल्कि गैरजिम्मेदाराना भी है।
पहले भी हुए हैं हादसे
रेलवे परिसरों में रील बनाने के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें दुर्घटनाएं भी हुई हैं। ऐसी घटनाएं रेलवे के लिए एक गंभीर चुनौती बन गई हैं। रेलवे का यह फैसला दुर्घटनाओं को रोकने और अनुशासन बनाए रखने के लिए अहम है।
लोगों को क्या करना चाहिए
रेलवे परिसर में नियमों का पालन करें।
रेल पटरियों पर न जाएं और न ही ऐसी गतिविधियों में भाग लें।
सुरक्षा और जिम्मेदारी को प्राथमिकता दें।
नए निर्देशों का उद्देश्य
सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना।
रेलवे संचालन में बाधा रोकना।
यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करना।
रेलवे का संदेश
रेलवे ने लोगों से अपील की है कि वे रेल परिसरों और पटरियों पर किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों से बचें। रेलवे यात्रियों और सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर जागरूकता अभियानों को भी बढ़ावा देगा।