राजनांदगांव: बसंतपुर स्थित कृषि उपज मंडी, जो किसानों की उपज के लिए अहम केंद्र है, बुनियादी सुविधाओं के अभाव से जूझ रही है. जिलेभर के किसान यहां अपनी फसलें लेकर आते हैं, लेकिन मंडी की दुर्व्यवस्था और असुविधाओं के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
शौचालय और पेयजल की स्थिति दयनीय
मंडी परिसर में सार्वजनिक शौचालय बनाए गए हैं, लेकिन इनकी हालत बेहद खराब है.
– टूटे हुए दरवाजे और खिड़कियां: शौचालयों की मरम्मत नहीं होने के कारण वे कबाड़ में तब्दील हो गए हैं.
– पेयजल संकट: मंडी में पानी की आपूर्ति भी बाधित है। कई नल बंद पड़े हैं, जिससे किसानों को शुद्ध पेयजल के लिए भटकना पड़ता है.
सड़कों और सुरक्षा का बुरा हाल
मंडी परिसर की सड़कों की स्थिति भी जर्जर है.
– मरम्मत का अभाव: सड़कों पर गड्ढे होने के कारण किसानों और व्यापारियों को परेशानी होती है.
– सुरक्षा की कमी: मंडी क्षेत्र में असामाजिक तत्वों की गतिविधियां बढ़ गई हैं, जिससे किसानों की सुरक्षा खतरे में है.
अधिकारियों का क्या कहना है?
मंडी सचिव पंचराम वर्मा ने बताया कि सुविधाओं को बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
– रखरखाव का आश्वासन: आगामी समय में शौचालयों की मरम्मत और अन्य कार्य कराए जाएंगे.
– प्रस्तावित योजनाएं: करीब 1.65 करोड़ रुपये की लागत से मरम्मत और निर्माण कार्यों के लिए टेंडर जारी किए जाएंगे.
किसानों की समस्याओं पर प्रशासन की उदासीनता
मंडी के कैंटीन के पास स्थित नल बंद पड़े हैं, जिससे शुद्ध पानी की समस्या गंभीर बनी हुई है. किसानों का कहना है कि इन समस्याओं को जल्द हल किया जाना चाहिए
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स्थानीय किसान: हम दूर-दराज से मंडी आते हैं, लेकिन यहां बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है। प्रशासन को हमारी समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए.
जरूरत है सुधार की
बसंतपुर कृषि उपज मंडी को व्यवस्थित करने के लिए जल्द कदम उठाने की आवश्यकता है. मंडी की बदहाल स्थिति न केवल किसानों के लिए असुविधाजनक है, बल्कि यह कृषि व्यवस्था को भी प्रभावित कर रही है. उम्मीद है कि प्रशासन जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाकर किसानों को राहत देगा.