Home छत्तीसगढ़ कर्मचारियों को वेतन के लाले, शहर में अनिवार्य सेवा पानी,सफाई ढप्प और*...

कर्मचारियों को वेतन के लाले, शहर में अनिवार्य सेवा पानी,सफाई ढप्प और* *सरकार जश्न मनाने जुटी – हेमा देशमुख…

18
0

राजनांदगांवनं। प्रदेश मे नगरीय निकाय के कर्मचारी वेतन एवं अपनी अन्य मागों को लेकर विगत तीन-चार दिनों से हडताल में है। जिसके कारण शहर की व्यवस्था चौपट हो गयी है और नागरिको को दी जाने वाली मूलभूत सुविधा पेयजल सप्लाई बाधित हो गयी है, वही शहर में सफाई व्यवस्था ढप्प हो गयी है। दूसरी ओर सरकार जश्न मना रही है। यह बाते महापौर एवं प्रदेश महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुये कही।

महापौर श्रीमती देशमुख ने कहा कि सरकार अपने एक साल के कार्यकाल की उपलब्धिया गिनाते हुये झुठी वाहवाही ले रही है, जबकि धरातल में कुछ और ही स्थिति है। उन्होंने कहा कि जब से सरकार बैठी है प्रदेश में अराजक्ता का माहौल निर्मित हो गया है। अधिकारी कर्मचारी अपनी मांगो के लिये हडताल पर हडताल किये जा रहे है, किन्तु यह सरकार इन्हें नजर अंदाज कर जश्न मनाने में लगी हुई है। उन्हांेने कहा कि प्रदेश का नगरीय निकाय विभाग सबसे महत्वपूर्ण विभाग होता है और निकाय के कर्मचारियों को वेतन के लाले पडे है, जिसके लिये वे हडताल कर रहे है। जबसे सरकार बैठी है तब से निकाय के कर्मचारी तीसरी बार हडताल कर रहे है। इसी प्रकार अन्य विभाग के कर्मचारी भी हडताल में लगे हुये है, जबकि अधिकारी और कर्मचारी ही सरकार के प्रमुख अंग होते है, ये इस सरकार की एक साल की उपलब्धि है।

महापौर श्रीमती देशमुख ने कहा कि नगरीय निकाय कर्मचारी हडताल से शहर की व्यवस्था ढप्प हो गयी है, चारो ओर कचरो का अम्बार लग गया है, वही पेयजल प्रभावित हो रही है, लेकिन यह सरकार इनको नजर अंदाज कर जश्न मना रही है। उन्होंने कहा कि भरे दीवाली में कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला, जिसकी मांग वो शुरू से करते आ रहे है। कर्मचारी हितेशी बात करने वाली सरकार कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रही है। एक तारीख को वेतन देने का फरमान जारी करने से कुछ नहीं होता, वेतन के लिये फंड देना होता है। ये सरकार सिर्फ घोषणावीर बन कर रह गयी है। विकास कार्य के लिये राशि देने घोषणा की जाती है, पर राशि आती नहीं है।

प्रदेश उपाध्यक्ष हेमा देशमुख ने कहा कि सरकार महतारी वंदन योजना में राशि देने की बात करती है, लेकिन पात्र महिलाओं के खाते में राशि ही नही आती तथा कई पात्र महिलाये आवेदन देने के बाद भी लाभ से वंचित है। इसी प्रकार किसानों को बोनस देने की बात करे तो जितनी घोषणा की गयी थी उससे कम राशि दी जा रही है तथा धान खरीदी में भी गडबडी व्याप्त है। उन्होंने कहा कि सरकार का कार्यकाल पूरी तरह से विफल रहा, सरकार कर्मचारियों एवं गरीबों के हित में कार्य करे। निकाय कर्मचारियों की मांगो पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर उन्हें वेतन दे, उसी प्रकार महंगाई कम कर आम नागरिकों को राहत पहुॅचाये, तब अपनी उपलब्धि गिनाए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here