बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में सलाहकार महफूज आलम ने सोशल मीडिया में एक पोस्ट शेयर कर भारत के कई इलाकों पर कब्जा करने की बात कही थी. भारत सरकार ने इस पर बांग्लादेश सरकार को चेतावनी दी है. विदेश मंत्रालय ने यूनुस सरकार को साफ-साफ बता दिया है कि ऐसी टिप्पणियां बर्दाश्त नहीं होंगी. इतना ही नहीं, विदेश मंत्रालय ने आतंकी कनेक्शन को लेकर भी बांग्लादेश को अलर्ट किया है. इससे पहले विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने संसद को बताया कि भारत सरकार ने जगन्नाथ मंदिर में तोड़फोड़, तांतीबाजार, ढाका में एक पूजा मंडप पर हमले और दुर्गा पूजा के दौरान सतखिरा में जेशोरेश्वरी काली मंदिर में चोरी पर बांग्लादेश को सावधान किया है.
महफूज आलम की टिप्पणियों पर जब सवाल किया गया तो विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, हमने इस मुद्दे पर बांग्लादेश के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया है. जो पोस्ट लिखी गई थी, उसे हटा दिया गया है. हम सभी लोगों को सचेत करना चाहते हैं कि सार्वजनिक टिप्पणियां करते समय ध्यान रखें. भारत बार-बार बांग्लादेश के लोगों और वहां की अंतरिम सरकार के साथ रिश्ते बढ़ाने का संकेत दे चुका है. कोई भी बयान जिम्मेदारी से देना चाहिए.
आतंकी कनेक्शन पर चेताया
असम में बांग्लादेश से जुड़े आतंकी मॉड्यूल के सामने आने के सवाल पर विदेश मंत्रालय ने कहा, देश की सुरक्षा को लेकर जो भी मसला सामने आता है, हम उसे ताकत से निपटते हैं. जहां तक आतंकी घटनाओं की बात है, हमारी एजेंसियां उस पर तुरंत रिएक्शन करती हैं. बांग्लादेश से बहुत मसले पर बातचीत होती है. हाल ही में विदेश सचिव की यात्रा के दौरान भी कई मसलों पर चर्चा हुई है.
पाकिस्तान-बांग्लादेश के नेताओं की मुलाकात पर
बांग्लादेश और पाकिस्तान के नेताओं की मिस्र में हुई मुलाकात पर विदेश मंत्रालय ने कहा, हम क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करना चाहते हैं. हमारे पास बिम्सटेक कनेक्टिविटी प्रोग्राम जैसे कई कार्यक्रम हैं. सार्क भी एक अन्य मंच है, लेकिन यह उन कारणों से ठंडे बस्ते में है जिनके बारे में हर कोई जानता है. हम लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण बांग्लादेश का समर्थन करते हैं. भारत, बांग्लादेश के बीच व्यापार जारी है. हम इसे आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.