बंगाल की खाड़ी में मौसम ने फिर से करवट लेना शुरू कर दिया है. लो-प्रेशर सिस्टम अब डिप्रेशन में तब्दील हो चुका है. अब इसका असर भी दिखने लगा है. ओडिशा के 30 में से 26 जिलों में मूसलाधार बारिश रिकॉर्ड की गई है. मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में प्रदेश के कुछ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है. तूफानी हवा के चलते समंदर के सेहत के बिगड़ने की आशंका भी बढ़ गई है. बंगाल की खाड़ी में ऊंची-ऊंची लहरें उठने का अनुमान है. इसे देखते हुए मौसम विज्ञानियों ने समंदर में जानेवालों के लिए खास चेतावनी जारी की है. मछुआरों को बंगाल की खाड़ी में न जाने की वॉर्निंग दी गई है. बता दें कि मौसम विभाग ने शुक्रवार को बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के और मजबूत होने का पूर्वानुमान जताया था.
आईएमडी के अनुसार, शनिवार को ओडिशा के अधिकांश हिस्सों में बारिश हुई. बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र डिप्रेशन में बदल गया है, जिसके कारण मौसम में यह बदलाव आया है. ओडिशा के 30 जिलों में से 26 जिलों में शनिवार को बारिश हुई है. सबसे अधिक 108.4 मिलीमीटर बारिश नयागढ़ जिले के राणपुर में दर्ज की गई. इसके बाद बेगुनिया (84), पिपिली, जटानी, खुरा और नौगोन (75 मिमी) में भी मूसलाधार बारिश हुई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, गंजम और गजपति जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश का का पूर्वानुमान जताया है.
ओडिशा के इन जिलों में बारिश
पुरी
खुर्धा
नयागढ़
कटक
जगतसिंहपुर
केंद्रापाड़ा
भद्रक
बालासोर
क्योंझर
अंगुल
देवगढ़
ढेंकानल
संबलपुर
झारसुगुड़ा
मौजूदा हाल
शनिवार सुबह से पुरी, खुरधा, नयागढ़, कटक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, क्योंझर, अंगुल, देवगढ़, ढेंकनाल, संबलपुर और झारसुगुड़ा जिलों में भारी बारिश हुई. आईएमडी ने कहा कि मौसम में धीरे-धीरे बदलाव के कारण शनिवार से बारिश कम होने की संभावना है. बता दें कि आंध्र प्रदेश तट के पास बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र पिछले 6 घंटों के दौरान 12 किमी प्रति घंटे की गति से पूर्व से उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ गया है. फिलहाल यह विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से लगभग 430 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व, चेन्नई (तमिलनाडु) से 480 किमी पूर्व-उत्तरपूर्व में केंद्रित है. गोपालपुर (ओडिशा) तट से 590 किमी दक्षिण में स्थित है.