युगांतर में वार्षिकोत्सव ‘नवरंग’ का रंगारंग आयो
राजनांदगाँव। भारत में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी संस्था युगांतर पब्लिक स्कूल का बहुप्रतीक्षित वार्षिकोत्सव नवरंग हर्षोल्लास से संपन्न हुआ।
दर्शकों के विशाल समुदाय के बीच आयोजित यह वार्षिकोत्सव विशेष आकर्षण का केंद्र रहा, जिसमें विद्यार्थियों द्वारा काफी संख्या में गीत,नृत्य, अभिनय जैसी रोचक कलाओं का प्रदर्शन किया गया। युगांतर के विशाल परिसर में आयोजित इस वार्षिकोत्सव में दर्शकों ने काफी विविधता देखी। विद्यालय के प्राचार्य डाॅ मधु पी चौधरी ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने विद्यार्थियों की उपलब्धियों का उल्लेख किया। इस दौरान संस्था के पदाधिकारियों द्वारा सीबीएसई दसवीं और बारहवीं बोर्ड में प्रावीण्य सूची में स्थान अर्जित करनेवाले प्रतिभावान विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का चैक प्रदान कर सम्मानित किया गया। यह ज्ञात हो कि संस्था द्वारा हर वर्ष प्रावीण्य सूची में स्थान निर्धारित करनेवाले प्रतिभावान विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। इसके अलावा विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विद्यालय का प्रतिनिधित्व करनेवाले विद्यार्थी भी सम्मानित हुए। इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन विनोद सदानी, सेक्रेटरी विनय डड्ढा,कोषाध्यक्ष मिश्री लाल गोलछा, निदेशक (अकेडमिक्स) सुशील कोठारी, अजय सिंगी, अखराज कोटड़िया, परस अग्रवाल, नरेंद्र कोटड़िया, डाॅ• मोहन पारख, राजकुमार अग्रवाल, जितेंद्र भंसाली ,रितेश गंडेचा , पीआरओ स्पोर्ट्स ऑफिसर दिनेश प्रताप सिंह सहित पालकगण उपस्थित रहे।
चेयरमैन विनोद सदानी ने कहा कि यह वार्षिकोत्सव युगांतर परिवार के अथक मेहनत की वजह से सदा अविस्मरणीय बना रहेगा। इस वार्षिकोत्सव में टीचिंग व नान टीचिंग स्टॉफ का जो सहयोग मिला है, उसकी वजह से सारा आयोजन ऐतिहासिक व अनुपम बना है। आज के परिवेश में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के आने से अध्ययन-अध्यापन के तरीके बदलाव आया है। युगांतर इस बदलाव को स्वीकार करके निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। टीम व पारिवारिक भावना के साथ कार्य करना ही युगांतर की वास्तविक पहचान है। उन्होंने वार्षिकोत्सव के ऐतिहासिक मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने आगे कहा कि संस्कार के साथ शिक्षा देना यह विद्यालय की पहली प्राथमिकता रही है। यही नहीं विद्यालय विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की दिशा में लगन के साथ कार्य कर रहा है। समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की खूबसूरत छटा बिखरी। पालकों ने इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में विद्यार्थियों द्वारा किए एलईडी और ग्राफिक्स वर्क को काफी सराहा । यह वर्क कम्पूटर विभाग के मार्गदर्शन में किया गया था। ये सब मिलकर बहुत बड़े इवेंट्स का अहसास करा रहे थे। नृत्य नाटिका ‘छावा’ में वीर शिवाजी के पुत्र संभाजी की वीरता के दर्शन हुए । इस सामूहिक नृत्य में विद्यार्थियों के नृत्य के साथ उनके शानदार अभिनय ने काफी प्रभावित किया। युद्ध के दृश्य ऐतिहासिक लग रहे थे। सामूहिक नृत्य ‘कल्कि’ में भगवान विष्णु के कल्कि अवतार की महिमा का बखान हुआ, जो दर्शकों को खूब लुभाया। विद्यार्थियों ने नृत्य और स्टंट के जरिये खूब वाहवाही बटोरी। ‘कोहरा’ में युवा वर्ग को ड्रग जैसे नशे के जाल से मुक्त होने की प्रेरणा दी गई। ‘सदमा’ में पिता और बेटी के भावुक रिश्ते को खूबसूरती से दर्शाया गया। ‘भूल-भूलैया’ में आधुनिक नृत्य की झलक दिखी। ‘किंग्स ऑफ वॉलीवुड’ फिल्म के सुपर स्टारों की झलक दिखलाई पड़ी। ‘कार्निवल’ के प्रफुल्लित क्षणों ने दर्शकों को काफी प्रभावित किया। ‘हैरी पोटर’ में चमत्कारी दुनिया को दर्शाया गया। हिंदी नाटक ‘बूढ़ी काकी’ के द्वारा दर्शकों को बुजुर्गों के सम्मान और सेवा करने की सीख दी गई। अंग्रेजी, हिंदी और छत्तीसगढ़ी भाषा मिश्रित कॉमेडी नाटक ‘हाउ टू समझाऊ टू डाॅक्टर’ ने दाँतों तले उंगलियाँ दबाने को मजबूर कर दिया। छात्राओं द्वारा क्लासिकल डांस ‘भरत नाट्यम’ में प्रभावी रूपों को प्रदर्शित किया गया। इसी तारतम्य में विद्यार्थियों द्वारा ‘रामोत्सव’ में भक्ति-भाव का सुंदर दर्शन हुआ। सारा परिसर अयोध्या जैसा लग रहा था। ‘जर्नी ऑफ सुधा चन्द्रन’ प्रख्यात नृत्यांगना सुधा चन्द्रन के संघर्ष को दिखाया गया। ‘युवी लाइट’ में विद्यार्थियों ने भूत बनकर डांस करके दर्शकों को डराया। ‘वडक्कम ब्वॉय’ में साउथ इंडियन कल्चर प्रभावकारी को प्रभावकारी रूपों में दर्शाया गया। छात्राओं ने राजस्थानी नृत्य प्रस्तुत करके अपनी नृत्य कला का लोहा मनवाया। इसी तरह और भी आकर्षक प्रस्तुतियाँ हुई, जिसमें दर्शक करतल ध्वनि से ताली बजाते रहे। विद्यार्थी गीत,नृत्य, अभिनय जैसी रोचक कलाओं का प्रदर्शन करके खूब वाहवाही बटोरी।इसे देखते हुए देर रात तक एवं आज दिन भर भी पालकों के बधाई एवं शुभकामनाओं से भरे संदेश विभिन्न कक्षाओं के व्हाट्सएप ग्रुप में आते रहे। कार्यक्रम प्रभारी ने समस्त कार्यक्रम को सही ढंग से सुनियोजित किया। वार्षिकोत्सव- समारोह को ऐतिहासिक बनाने में नृत्य व संगीत विभाग, आर्ट व क्राफ्ट विभाग ने अपनी ऐड़ी चोटी का जोर लगा दिया। इस दिशा में प्रत्येक कार्यक्रम प्रभारी शिक्षक-शिक्षिकाओ ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना अमूल्य योगदान दिया। इसी तारतम्य में स्टूडेंट कौन्सिल के सभी सदस्यों ने अनुशासन की कमान संभाल रखी थी। इस वार्षिकोत्सव समारोह के संचालन में प्रभारी शिक्षिकाओं ने काफी सुनियोजित ढंग से विद्यार्थियों को मार्गदर्शित किया, जिसकी बदौलत कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित हुआ। समारोह की समाप्ति राष्ट्र-गान से हुई।