अगर आपको लग रहा है दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत में ठंड कम हो रही है या फिर यह लौटने की तैयारी में है, तो थोड़ा थम जाइये, क्योंकि ऐसा होने के आसार अभी बिल्कुल भी नहीं है. मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ एक बार फिर सक्रिय हो गया है. इसके चलते उत्तर भारत में झमाझम बारिश होगी. साथ ही पहाड़ों में जमकर बर्फबारी होने की बात भी कही जा रही है. ऐसे में इस दौरान मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड भी पड़ेगी. उत्तर भारत के कई राज्य जैसे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश के साथ ठिठुरन भरी सर्दी आगे भी पड़ने की बात कही जा रही है. लोगों का बिस्तर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाएगा.
मौसम विभाग के मुताबिक आज यानी 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन पश्चिमी विक्षोभ राजस्थान के रास्ते भारत में प्रवेश करेगा. इस दौरान आज राजस्थान के पूर्वी क्षेत्रों में बारिश की संभावना जताई जा रही है. इसके बाद 15 और 18 जनवरी को दिल्ली-एनसीआर में भी इस वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर देखने को मिलेगा. मौसम विभाग का कहना है इस दौरान चंडीगढ़ सहित अंबाला, लुधियाना, जालंधर, सोनीपत, पानीपत सहित एनसीआर के नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम में भी बारिश होगी.
बारिश दिलाएगी प्रदूषण से राहत
बारिश के चलते प्रदूषण के स्तर में कमी आने की उम्मीद भी लगाई जा रही है. मौजूदा वक्त में दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर करीब साढ़े 300 से 400 के बीच बना हुआ है. एक तरफ भीषण ठंड लोगों को खूब परेशान कर सकती है. वहीं, बारिश के चलते लोगों को दमघोंटू प्रदूषण से कुछ वक्त के लिए मुक्ति भी मिल सकती है. IMD का कहना है कि 15 से 18 जनवरी के बीच जम्मू-कश्मीर, लद्दाख सहित पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में हल्की बारिश के साथ जमकर बर्फबारी होगी.
तमिलनाडु-केरल में भारी बारिश
हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की संभावना है. उत्तराखंड में भी कुछ-कुछ ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी. एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी श्रीलंका तट और बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिमी भाग में बना हुआ है. उधर, 13 से 16 जनवरी के बीच दक्षिण भारत के तमिलनाडु, कर्नाटक के अंदरुनी क्षेत्र, दक्षिण आंध्र प्रदेश और केरल के कुछ हिस्सों में बारिश की आशंका जताई जा रही है. 15 जनवरी को तमिलनाडु और दक्षिणी केरल में भारी बारिश होने की संभावना है.