नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी दमयंती बेन मोदी के साथ दिल्ली के सिविल लाइन्स इलाके के गुजराती समाज भवन के बाहर लूटपाट हुई। लूटपाट करने वाले चोरों को इस बात का जरा सा भी अंदाजा नहीं था कि उन्होंने किसका सामान चोरी किया है। लेकिन जब भारी संख्या में पुलिस बल उनके दरवाजे पर आया तो वह हैरान रह गए।
दमयंती बेन उस वक्त ऑटो पकड़ रही थीं, तभी दो पहिया वाहन पर आए बदमाशों ने उनका पर्स छीन लिया। पर्स में 56 हजार रुपये, दो मोबाइल फोन, एक घड़ी और कुछ जरूरी दस्तावेज थे। इस मामले को 700 पुलिस कर्मियों ने 200 सीसीटीवी फुटेज की सहायता से सुलझाया है। दोनों चोरों को उस वक्त इस बात का पता चला कि उन्होंने प्रधानमंत्री की भतीजी के साथ लूटपाट की है, जब इनमें से एक की पत्नी से इन्हें फोन किया।
आरोपी में से एक गौरव उर्फ नोनू की पत्नी ने उसे बताया कि उसने प्रधानमंत्री की भतीजी का पर्स चोरी कर लिया है। फिर आरोपी ने टीवी देखा और वह हैरान रह गया। उन्होंने जिस महिला का पर्स चुराया था, वो प्रधानमंत्री की भतीजी निकली।
पूछताछ में चोर ने बताया कि उन्हें तब इस बात का पता चला कि मामला काफी बड़ा है, जब घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल ने उनके घर पर छापा मारना शुरू कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार, दोनों आरोपियों को नशे की लत है और ड्रग्स खरीदने के लिए यह लोगों के साथ लूटपाट करते हैं। ये आरोपी बचपन से ही नशा करते आ रहे हैं। लूटपाट के अलावा भी ये कई अन्य तरह के अपराध करते हैं। एक आरोपी तो घटना के कुछ घंटों बाद ही गिरफ्तार हो गया, जबकि दूसरे को पकड़ने में एक दिन का समय लग गया।
पुलिस ने दूसरे आरोपी गौरव को पकड़ने के लिए कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले और उसकी तस्वीरें निकलवाईं। फिर इन तस्वीरों को इलाके के बच्चों को दिखाया गया। जिसके बाद बच्चों ने उसे पहचान लिया। बच्चे पुलिस को गौरव के घर तक लेकर गए लेकिन तब तक उसका पूरा परिवार घर छोड़कर भाग चुका था। इसके बाद पुलिस ने उसके फोन को ट्रैक किया, जिसके बाद उसे सोनीपत में गिरफ्तार कर लिया गया।