राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कहा है कि अबूझमाड़ जैसे दुर्गम क्षेत्रों में शासन द्वारा संचालित सभी योजनाओं का बेहतर लाभ वहां की जनता को दिलाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने आदिवासियों खास तौर पर अबूझमाडि़या लोगों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, कौशल विकास और आधारभूत अधोसरंचना के लिए और बेहतर कार्य करने पर बल दिया।
राज्यपाल सुश्री उईके ने आज नारायणपुर के कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला प्रमुखों की समीक्षा बैठक में उक्त निर्देश दिए। उन्होंने खुशी जताई की नक्सल प्रभावित इलाके होने के बावजूद और कठिन परिस्थितियों में सड़कों और पुल-पुलियों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि नक्सल हिंसा ग्रस्त पीडि़त परिवारों, उनके बच्चों तथा समर्पित नक्सलियों के लिए राज्य और केन्द्र सरकार की योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन करें । इसके साथ ही उनकी बेहतरी के लिए और क्या किया जा सकता है, इस बात पर जोर दिया। उन्होंने नक्सल घटना या स्कूली बच्चों की कमी के कारण बंद हुए स्कूलों के बारे में जानकारी ली।
राज्यपाल ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली पीडीएस के साथ ही राशन कार्ड और उज्ज्वला गैस वितरण तथा रिफिलिंग के संबंध में पूछताछ की। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों और मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता व्यक्त की। कार्ययोजना बनाकर जिला खनिज निधि राशि का उपयोग करने की सलाह दी। कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा ने जिले में चल रहे विभिन्न विकास एवं निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी दी।
बैठक में राज्यपाल के सचिव सोनमणि बोरा, संभागायुक्त बस्तर, अमृत कुमार खलखो, पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, विवेकानंद सिन्हा, अधीक्षक नारायणपुर मोहित गर्ग सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।