रायपुर. छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हिंसा के बाद अब पुलिस नक्सल मोर्चे पर किलाबंदी की तैयारी कर रही है. इसके तहत ही दो आईपीएस की स्पेशल ड्यूटी घोर नक्सल प्रभावित सुकमा और बीजापुर जिले में लगाई गई है. डीजीपी ने महासमुंद जिले के एसपी जितेन्द्र शुक्ला को सुकमा और सेनानी दसवीं वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल सरगुजा में पदस्थ केएस ध्रुव की ड्यूटी बीजापुर में लगाई गई है. डीजीपी डीएम अवस्थी ने इस संबंध में आदेश जारी किया है.
डीजीपी डीएम अवस्थी के आदेश के अनुसार जितेंद्र शुक्ला की ड्यूटी सुकमा जिले में और केएस ध्रुव की ड्यूटी बीजापुर जिले में नक्सली अभियानों में मदद के लिए लगाई गई है. दोनों को अस्थाई तौर पर वहां तैनात करने का निर्णय लिया गया है. इससे माना जा रहा है कि अब पुलिस नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक रूख अपना सकती है.
जवानों ने दिखाई बहादुरी
सुकमा में नक्सल मुठभेड़ में 17 जवानों की शहादत पर डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा कि हमारे जवान बड़े बहादुरी के साथ लड़े हैं. मुठभेड़ में नक्सली भी काफी संख्या में मारे गए हैं. एक दो दिन में उनकी संख्या और नाम उजागर हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि हमारे जवान ऑपरेशन जारी रखेंगे. डीएम अवस्थी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा में भी कहा है कि नक्सलियों को छोड़ा नहीं जाएगा. ऑपरेशन लगातार जारी रहेगा, जितने भी जवान शहीद हुए हैं उनके हथियार नक्सली लूटकर ले गए हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के साथ बैठक को लेकर कहा कि श्रद्धांजलि कार्यक्रम हुआ है. अब बैठक के बाद पता चलेगा क्या दिशा निर्देश होगा. इस घटना में पुलिस को पक्की सूचना थी कि 250-300 नक्सली एक जगह मौजूद है उसके बाद ही इस ऑपरेशन को चलाया गया है, और ऑपरेशन प्रहार के माध्यम से ही लगातार नक्सली मारे जा रहे हैं. बता दें कि सुकमा जिले के मिनपा में शनिवार को हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में 17 जवान शहीद हो गए थे, शहीद जवानों में 5 एसटीएफ और 12 डीआरजी के जवान शामिल हैं. जबकि 15 जवान घायल है, जिनका रायपुर के निजी अस्पताल में इलाज जारी है.