राजनांदगांव (दावा)। इधर राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य एवं भाजना नेत्री डॉ. रेखा मेश्राम ने भी प्रदेश सरकार द्वारा शराब दुकानों को पुन: शुरू कराने के निर्णय का विरोध किया है। जारी बयान में उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश की गरीब एवं मध्यम वर्गीय जनता को पुन: उसी दलदल में झोंकना चाह रही है, जिसमें कोरोना जैसी महामारी के चलते अपने परिवार को सुरक्षित रखते आ रहे हैं। लॉक डाऊन के दौरान लोग कुरीति फैलाने वाली चीज को भूलकर अपने परिवारों के साथ खुश हैं। ऐसी स्थिति में शराब दुकानों को पुन: शुरू कराया जाना समझ से परे है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान कांग्रेस ने प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था, किंतु इसके विपरीत कोरोना संकट के दौरान बंद पड़ी शराब दुकानों को पुन: शुरू करने जा रही है। लॉक डाऊन के दौरान प्रदेश में कहीं से भी ऐसी खबर नहीं आई है, जहां शराब के कारण कहीं कोई लड़ाई, झगड़ा या लूटपाट, दुर्घटना जैसी कोई अप्रिय वारदात हुई हो। उन्होंने भूपेश सरकार से अपील करते हुए कहा है कि अब लोग लॉक डाऊन के चलते बिना शराब के रहने के आदी हो चुके हैं, ऐसे में शराब दुकानों को पुन: चालू कराना जनहित में नहीं होगा।