जम्मू में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों के लिए रेल चलाने किया आग्रह
रायपुर (दावा)। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि बागनदी बार्डर में हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं। आज भी 13 हजार से अधिक मजदूर सीमा पर खड़े हुए हैं। उन मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए थोड़ी-बहुत व्यवस्था थी, वह पहले ही खत्म हो चुकी है। प्रदेश सरकार न तो कोई पूर्वानुमान लगा पा रही है और नहीं अनुमान के आधार पर कोई व्यवस्था कर पा रही है।
उन्होंने कहा कि इन मजदूरों के क्वारेंटाइन के लिए कोई विशेष कार्य योजना भी सरकार ने नहीं बनाई है। दो से तीन लाख जो आ रहे मजदूरों को पंचायतों के सरपंचों के भरोसे छोड़ दिया गया है। चाय-पान, भोजन की व्यवस्था है कि नहीं, बिजली की सुविधा है कि नहीं इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही सरकार। लोगों को अपने घरों को जाने के लिए स्वतंत्र छोड़ दिया गया है। न कोई फंड, कोई दवाई की व्यवस्था है। जो भी मजदूर या मरीज आ रहे हैं, उन सबका एक-एक का थर्मल टेस्ट पहले होना चाहिए। ये स्थायी व्यवस्था होनी चाहिए नहीं तो हम बहुत बड़ी महामारी को आमंत्रित करने जा रहे हैं।
डॉ. सिंह ने बताया कि आज जम्मू कश्मीर के चीफ सेक्रेटरी सुब्रमण्यम से जो पहले छत्तीसगढ़ में थे, उन्होंने छत्तीसगढ़ के और पूरे देश के मजदूरों के बारे में बात की। छत्तीसगढ़ के लिए तीन ट्रेन मंगलवार से कटरा से रवाना करेंगे। उसके बाद अल्टरनेट ट्रेन चलेंगी। पांच हजार से ज्यादा जो मजदूर हैं, उनके उतरने की व्यवस्था रायपुर और बिलासपुर में उतरने के लिए हुई है। उम्मीद करते हैं कि जम्मू कश्मीर में फंसे हमारे मजदूरों की शीघ्र वापसी होगी। देश के बाकी मजदूरों के बारे भी उन्होंने कहा है कि हम सबके लिए शीघ्र व्यवस्था कर रहे हैं।