नक्सलियों को मदद पहुंचने के आरोप में वरूण जैन गिरफ्तार
राजनांदगांव (दावा)। कांकेर में नक्सलियों को मदद पहुंचाने के मामले में फरार और दस हजार रूपए के ईनामी आरोपी ठेकेदार वरूण जैन को आखिरकार आज पुलिस ने धरदबोचा। उसे बागनदी क्षेत्र में गिरफ्तार किया गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आज मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि वरुण जैन जिसे नक्सली मामले कांकेर पुलिस तलाश कर रही है, जिसे आज बाघनदी एरिया में देखा गया है। मुखबिर की सूचना पर राजनांदगांव पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए वरुण जैन को गिरफ्तार किया गया। लैंडमार्क इंजीनियरिंग के मालिक वरूण जैन पर दस हजार का ईनाम रखा गया था। सीएसपी ने बताया कि वरूण जैन ने सरेंडर नहीं बल्कि उसे गिरफ्तार किया गया हैं। पता चला है कि पुलिस बुधवार से ही वरूण जैन का लोकेशन ट्रेस कर रही थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार बस्तर में नक्सलियों को उनके तमाम दैनिक उपयोग की सामग्रियां सप्लाई करने के मामले में सडक़ निर्माण कंपनी मेसर्स लैंडमार्क रायल इंजीनियरिंग (इंडिया) प्रा.लि. बिलासपुर के प्रमुख निशांत जैन की गिरफ्तारी के बाद उसके भाई वरूण जैन को भी आरोपी बनाया गया है। इन दोनों सगे भाईयों की छत्तीसगढ़ में दो अलग-अलग नामों से फर्म संचालित है, जिसमें एक लैंडमार्क इंजीनियरिंग भी है।
कंपनी के प्लांट में लटक रहे ताले
सूत्रों से पता चला है कि राजनांदगांव, बालोद जिले के इनके तीन अलग-अलग ठिकानों कुमर्दा, बिहरीकला और पिनकापार डामर प्लांट में काम करने वाले करीब डेढ़ सौ मजदूर, कर्मचारियों को पिछले मार्च महीने से वेतन के लाले पड़े हैं। प्लांट में ताले जड़े हुए हैं। फिलहाल इस कंपनी के खिलाफ बस्तर पुलिस की कार्रवाई के बाद छत्तीसगढ़ में इन फर्मों को मिले एडीबी, पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसवाई के सैंकड़ों काम ठप पड़े हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार वरुण जैन को कांकेर पुलिस काफी दिनों से तलाश कर रही थी और इससे पहले भी उनके निवास पर दो से तीन भाग दबिश दे चुकी थी, लेकिन वरुण जैन फरार चल रहा था।
मेरे पति निर्दोष है- पारुल जैन
इस मामले में मीडिया से मुखतिब हुई वरुण जैन की पत्नी श्रीमती पारुल जैन का कहना है कि उनके पति पूरी तरह से निर्दोष हैं। उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है और हम पुलिस से अपील करते हैं कि वह निष्पक्षता से जांच करें, इसलिए हम आज आत्मसमर्पण करने पुलिस के समक्ष आए हैं।
अब तक दर्जन भर लोगों की गिरफ्तारी
उल्लेखनीय है कि बस्तर के कांकेर जिले के अंतागढ़, आमाबेड़ा, सिकसोड़, कोयली बेड़ा जैसे सघन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पीएमजीएसवाय के सडक़ निर्माण के दौरान मेसर्स लैंडमार्क रायल इंजीनियरिंग (इंडिया) प्रा.लि. बिलासपुर, लैंडमार्क इंजीनियरिंग बिलासपुर के द्वारा काम कराने के एवज में नक्सलियों से संपर्क कर उन्हे उनके दैनिक उपयोग की तमाम सामग्रियां उपलब्ध कराए जाने का मामला सामने आया था। मामले में छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश के निवासी कंपनी के करीब आधा दर्जन से अधिक कर्मचारियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। पिछले दिनों कंपनी के प्रमुख निशांत जैन की भी गिरफ्तारी की गई थी। उसके बाद बस्तर पुलिस अब उसके भाई वरूण जैन सहित कुछ और लोगों की तलाश में जुटी हुई है। इसी मामले में आज वरूण जैन को गिरफ्तार किया गया है। इस संबंध में सीएसपी मणिशंकर चंद्रा का कहना है कि वरुण जैन काफी दिनों से फरार चल रहा था, जिसकी तलाश की जा रही थी और उसे आज गिरफ्तार किया गया है। उसे कांकेर पुलिस के सुपुर्द किया जाएगा।