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चोरी की मुरूम से हो रहा सडक़ का निर्माण, अवैध मुरूम खनन करते चार हाईवा, एक जेसीबी जप्त

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राजनांदगांव(दावा)। लोक निर्माण विभाग द्वारा ठेकेदार के माध्यम से डोंगरगांव ब्लॉक के ग्राम बुद्धूभरदा से ग्राम किरगी तक कराए जा रहे सडक़ निर्माण में चोरी की मुरूम का उपयोग करने का मामला सामने आया है। आज अवैध रूप से मुरूम परिवहन कर रहे चार हाइवा और एक जेसीबी मशीन को तहसीलदार द्वारा पकड़ा गया। ठेकेदार का नाम संजय सिंगी बताया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोक निर्माण विभाग द्वारा डोंगरगांव ब्लॉक के ग्राम किरगी से बुद्धूभरदा तक करीब 2.60 किमी. लंबी सडक़ का निर्माण कराया जा रहा है। इस कार्य के लिए 406.99 लाख रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति मिली है और काम का ठेका राजनांदगांव के ठेकेदार संजय सिंगी को मिला हुआ है। इस रोड के निर्माण को सात माह में यानि आगामी 17 नवंबर तक पूर्ण किया जाना है। इसी सडक़ के लिए बुद्धूभरदा से मुरूम का अवैध उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है। मुरूम की अवैध निकासी की सूचना पर डोंगरगांव के नायब तहसीलदार लीलाधर कंवर द्वारा कार्यवाही कर अवैध उत्खनन और परिवहन में लगे तीन हाइवा और एक जेसीबी मशीन को जप्त किया गया। इनमें से एक हाइवा में शासकीय सडक़ कार्य पीडब्ल्यूडी खैरागढ़ का पंपलेट चिपका हुआ था, जिससे ऐसा माना जा रहा है कि सरकारी वाहन के माध्यम से मुरूम की चोरी की जा रही थी।
वाहन जप्त पर कार्यवाही को लेकर संशय?
नायब तहसीलदार आज भले ही उक्त चार वाहनों को रायल्टी चोरी कर मुरूम के अवैध परिवहन के मामले में पकड़ा गया है, किंतु नियमत: कार्यवाही होगी या नहीं? इस पर अभी से सवाल उठने लगे हैं। दरअसल मई माह के दूसरे सप्ताह में भी बुद्धूभरदा में इसी तरह का एक मामला सामने आया था, जहां खेतों से मुरूम की चोरी कर रहे दो हाइवा और एक जेसीबी की जप्ती बनाई गई थी, किंतु बाद में उन वाहनों को साठगांठ कर छोड़ दिया गया था। इसकी पुष्टि उस वक्त हुई, जब सूचना के अधिकार के तहत इस बारे में जानकारी मांगी गई कि मुरूम चोरी के मामले में पकड़े गए वाहनों पर क्या कार्यवाही की गई? इसके जवाब में कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं होने की जानकारी तहसील कार्यालय द्वारा दी गई, जबकि वाहनों की जप्ती की कार्यवाही शिकायतकर्ता की मौजूदगी में ही मौके पर की गई थी। इतना ही नहीं उक्त मामले अवैध खनन आठ-दस दिनों से चल रहा था, लेकिन तहसीलदार द्वारा सिर्फ तीन सौ घन मीटर मुरूम की अवैध निकासी होने की जानकारी दी गई थी। गौर करने वाली बात यह है कि जिस खेत से लगातार सप्ताह भर से एक जेसीबी और तीन हाइवा से मुरूम का उत्खनन और परिवहन किया जा रहा था, वहां से क्या सिर्फ तीन सौ घन मीटर मुरूम ही निकाली गई होगी? बहरहाल आज के मामले में वाहनों पर जुर्माना किया जाता है या साठगांठ कर छोड़ा जाता है? यह देखने वाली बात होगी।

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