राजनांदगांव(दावा)। सायबर सेल कार्यालय में कार्यरत् आरक्षक मुकेश गेण्ड्रे को फेसबुक मैंसेन्जर में उसके दोस्त जिला पुलिस बल राजनांदगांव के श्रीकांत लहरे जो वर्तमान में मुरकोड्डो महाराष्ट्र में पदस्थ हैं, जिसके फेसबुक मैंसेन्जर से मैसेज आया कि वह जयपुर के एसएमएस अस्पताल में है और एक बीमार बच्चे की फोटो भेजते हुये उधार में पैसे की मांग करने लगा। चंूकि आरक्षक मुकेश को ज्ञात था कि श्रीकांत इस प्रकार किसी भी मुसीबत में नही है तो वह सक्रियता दिखाते हुये सायबर टेक्नीकल टीम को अवगत कराया। टेक्नीकल टीम द्वारा श्रीकांत लहरे का फेसबुक प्रोफाइल चेक किया गया, जिसमें पाया गया कि श्रीकांत लहरे द्वारा अपने फेसबुक कॉन्टेक्ट डिटेल में जो नम्बर डाला था, वही नम्बर उसके फेसबुक आईडी और पासवर्ड भी था। टीम द्वारा तत्काल उसके फेसबुक एकाऊंट से उसका पासवर्ड चेंज किया गया तथा जिन लोगो से हैकर द्वारा पैसे की मांग की गई थी, जिनमें कुछ पुलिस कर्मचारी भी थे उनका संपर्क नम्बर निकाल कर उन्हे आगाह किया गया एवं पैसे डालने से मना किया गया।
जिले में इसी प्रकार आये दिन फेसबुक हैक होने एवं पैसे उधार मांग कर धोखाधड़ी करने के संबंध में सायबर सेल में शिकायतें मिलती हैं, जिसमेें अधिकतर मामलो में जो लोग अपने फेसबुक पासवर्ड में मोबाईल नम्बर रखा है, उनका फेसबुक हैक हो जाता तथा उस आई-डी के माध्यम से संबंधित का फेसबुक मित्र ठगी का शिकार हो जाते है।
पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने बताया कि वर्तमान् में फेसबुक व इंस्टाग्राम हैक होने एवं कैश बैक एवं अन्य लुभावने प्रलोभन के लालच में आकर युपीआई (फोन पे, गुगल पे, पेटीएम आदि) के माध्यम से ठगी के शिकार हो रहे हैं, जिन्हे सायबर सेल के माध्यम से फेसबुक/इंस्टाग्राम खाता रिकव्हर/डिलिट किया जाता है साथ ही अन्य लुभावने प्रलोभन के लालच में आकर फोन पे, गूगल पे, पेटीएम के माध्यम से धोखाधड़ी के शिकार हुये आमजन जो धोखाधड़ी होने के बाद तत्काल सायबर सेल जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराते हैं, उनका ठगी हुये रकम को संबंधित कंपनी से रिफंड हेतु प्रोसेस किया जाता है, अधिकतर मामले मे प्रार्थी का ठगी किया हुआ रकम रिफंड हुआ है।
उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा सायबर सेल टीम को निर्देशित किया गया है कि ऑनलाईन ठगी/सोशल मीडिया हैक होने की कोई कम्प्लेन्ट आती है तो तत्काल इसके संबध में उचित कार्यवाही करें तथा आम जन से अनुरोध है कि अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म को सुरक्षित रखने हेतु स्ट्रांग पासवर्ड का उपयोग करें। पासवर्ड में अपना मोबाईल नम्बर, जन्मतिथि, बच्चे का नाम, अपना नाम आदि जैसे सामान्य पासवर्ड का उपयोग न करें, इसी प्रकार लुभावने प्रलोभन वाले मैसेज एवं कॉल से बचे किसी प्रकार से किसी कंपनी के द्वारा कैश बैक, लॉटरी आदि के नाम से मोटी रकम ऑफर नहीं किया जाता।