Home छत्तीसगढ़ अयोध्या से पहले तैयार हो जाएगा माता कौशल्या का मंदिर

अयोध्या से पहले तैयार हो जाएगा माता कौशल्या का मंदिर

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रायपुर। अयोध्या में राम लला के मंदिर निर्माण के लिए पूजा-पाठ हो गया है, लेकिन काम शुरू होने में अभी कुछ वक्त लग सकता है। वहीं, छत्तीसगढ़ में भगवान राम की माता कौशल्या के मंदिर के सौंदर्यीकरण और विकास का काम शीघ्र ही शुरू हो जाएगा। रायपुर के चंदखुरी स्थित इस मंदिर को पर्यटन-तीर्थ के रूप में विकसित करने का पूरा प्लान तैयार हो चुका है। 15.45 करोड़ की लागत से यह काम दो चरणों में होगा। इसमें मंदिर के स्वरूप में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।

कौशल्या माता मंदिर के विकास के पहले चरण में 6 करोड़ 70 लाख खर्च होंगे। दूसरे चरण में 9 करोड़ 8 लाख खर्च होंगे। प्राचीन कौशल्या माता मंदिर के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ वहां नागरिक सुविधाओं का विकास भी किया जाएगा। तालाब का सौंदर्यीकरण करते हुए मध्य में स्थित मंदिर-टापू को और आकर्षक एवं सुव्यवस्थित किया जाएगा। पौराणिक कथाओं में चंदखुरी के संबंध के व्याख्याओं के अनुरूप पूरे परिसर के वास्तु को डिजाइन किया गया है। तालाब मंदिर तक पहुंचने के लिए नए डिजाइन का पुल तैयार किया जाएगा। तालाब के चारों ओर घाट और परिक्रमा-पथ बनाया जाएगा। दर्शनार्थियों के वाहनों के लिए पार्किंग सुविधा भी विकसित की जा रही है।

राम वन गमन पथ के तहत विकसित किए जा रहे 9 स्थान

राज्य सरकार ने पहले चरण में भगवान राम से जुड़े राज्य के नौ स्थानों को विकसित करने के लिए 137 करोड़ 75 लाख रुपये का प्लान तैयार किया है। पर्यटन सचिव पी. अनबलगन ने बताया इन सभी स्थानों पर पर्यटकों के लिए नागरिक सुविधाओं का विकास सर्वोधा प्राथमिकता होगी। विश्वस्तरीय अधोसंरचनाओं के निर्माण के दौरान उधा कोटि का प्री-कास्ट और फेब्रीकेशन वर्क सुनिश्चित किया जाएगा।

हर प्रवेश द्वार पर भगवान श्रीराम

अनबलगन ने बताया कि सभी स्थानों पर भव्य द्वार बनाए जाएंगे, जिनके शीर्ष पर भगवान राम का धनुष और उसकी प्रत्यंचा पर रखा हुआ तीर होगा। द्वार पर जय श्रीराम के घोष के साथ राम-पताका लहरा रही होगी।

सफर आसान बनाएंगे स्वागत द्वार

सचिव ने बताया कि राम वन गमन परिपथ में कोरिया से लेकर सुकमा तक सूचनात्मक स्वागत द्वार स्थापित किए जाएंगे। यात्रियों को इससे पता चल सकेगा कि वे परिपथ पर सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। किसी पड़ाव में पहुंचने पर एक खास डिजाइन का साइन बोर्ड उनका स्वागत करेगा। परिपथ में सड़क के किनारे विभिन्न स्थानों की दूरी और दिशा बताने वाले डायरेक्शन-पोस्ट भी स्थापित किए जाएंगे।

सुगंधित फूलों और मीठे फलों से भरा होगा राम-मार्ग

सभी चयनित पर्यटन-तीर्थों पर सुगंधित फूलों वाली सुंदर वाटिकाएं तैयार की जाएंगी। राम वन गमन के 528 किलोमीटर मार्ग के दोनों किनारों पर डेढ़ लाख से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। मूल परियोजना पर काम शुरू होने से पहले ही विभाग ने अपना 90 फीसद काम पूरा भी कर लिया है। पूरे मार्ग पर पीपल, बरगद, आम, हर्रा, बेहड़ा, जामुन, अर्जुन, खम्हार, आंवला, शिशु, करंज, नीम आदि के पौधों का रोपे जा रहे हैं।

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