रायपुर। रायपुर सेंट्रल जेल में गुरुवार को कोरोना बम फूटा है। एक ही दिन में सेंट्रल जेल में 41 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इससे कोरोना का हॉट स्पॉट बनने से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जेल में मिले कोरोना पॉजिटिव मरीजों में 39 बंदी और दो ट्रेनी सहायक जेलर शामिल हैं। हालांकि जेल प्रशासन ने दो प्रहरियों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि की है।
जानकारी के मुताबिक रायपुर सेंट्रल जेल परिसर में बने नए जेल की बैरक में रहने वाले 39 बंदी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जबकि दो प्रहरी भी इन बंदियों के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं। जेल सूत्रों का दावा है कि 100 से ज्यादा बंदी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, उनका कोरोना टेस्ट कराने के बजाय सभी को एक साथ बैरक रखा गया है। केवल गंभीर मरीजों की ही जांच हुई है।
गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव निकले सभी 41 लोगों को आंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही बैरक में रह रहे अन्य सभी बंदियों का कोरोना टेस्ट कराया गया। पूरे बैरक को सैनिटाइज कर अन्य सुरक्षा के उपाय अपनाए जा रहे हैं। एक दिन पहले बुधवार को 16 बंदी कोरोना संक्रमित पाए गए थे, जबकि जेल के मुख्य गेट के सामने ड्यूटी कर रहे एक जवान सबसे पहले कोरोना संक्रमित निकला था। गौरतलब है कि लॉकडाउन के कारण जेल में बंदियों की परिजनों से मुलाकात की व्यवस्था बंद है। इसके बावजूद कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ना चिंताजनक है।
डीआइजी जेल केके गुप्ता ने बताया कि नए जेल की बैरक में रखे गए बंदियों के साथ दो प्रहरी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। नए जेल की बैरक में 90 बंदियों को रखा गया है। सभी का कोरोना टेस्ट कराया गया है। उन्होंने बताया कि दूसरे जिलों के जेलों से आंबेडकर अस्पताल में इलाज कराने के लिए आने वाले बंदियों को रखा जाता है। ऐसे में उनके संपर्क में आने के कारण बंदी कोरोना संक्रमित होने की संभावना है।