दुनिया भर में बढ़ते कोरोनावायरस (Coronavirus) मामले के बीच अच्छी खबर यह है कि 10 अगस्त के आसपास दुनिया की पहली वैक्सीन (Vaccine) सामने आ सकती है। यह वैक्सीन रूस में बनाई गई है और इसका ट्रायल भी पूरा हो चुका है।
हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वैक्सीन को लेकर कई तरह की चिंताएं भी जाहिर की हैं, लेकिन रूस ने दावा किया है कि यह वैक्सीन काफी कारगर है और 10 अगस्त के आसपास इस वैक्सीन को लॉन्च कर दिया जाएगा। इसके लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
बताया जा रहा है कि रजिस्टर्ड होने के बाद 3 से 7 दिनों के अंदर ये वैक्सीन लोगों के लिए बाजार में उपलब्ध हो जाएगी। दूसरी ओर, WHO का कहना है कि इस वैक्सीन को बनाने में गाइड लाइंस का पालन नहीं किया गया है।
इससे पहले एक समाचार में कहा गया था कि सेचेनोव यूनिवर्सिटी ने स्वयंसेवियों पर विश्व की पहली कोरोनावायरस वैक्सीन का सफलतापूर्वक परीक्षण पूरा कर लिया है। रूस के द गैमली इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा विकसित की गई वैक्सीन के चिकित्सकीय परीक्षण की शुरुआत 18 जून से शुरू हुई थी।
सेचेनोव विश्वविद्यालय में चिकित्सा विज्ञान, उष्णकटिबंधीय एवं संक्रमणजनित रोग संस्थान के निदेशक अलेक्जेंडर लुकाशेव ने बताया कि इस ट्रायल का उद्देश्य यह पता लगाना है कि क्या यह वैक्सीन मानव स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है और इसे सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है।